रांची: आरयू का जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग नए अंदाज में बनकर तैयार हो गया है. राज्यपाल रमेश बैस ने शनिवार को नए भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह विभाग पूरा राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहा है. यह इस राज्य के लिए गौरव की बात है.
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रांची विश्वविद्यालय का सबसे पुराना विभागों में से एक जनजाति और क्षेत्रीय भाषा विभाग है. विभाग की स्थापना 1980 में स्वर्गीय राम दयाल मुंडा की अगुवाई में हुई थी. इसी विभाग के बीचो-बीच आदिवासी संस्कृति को संजोने के लिए एक अखड़ा का भी निर्माण हुआ है. यह विभाग काफी उतार-चढ़ाव के साथ आज एक नए रूप में खड़ा है. इस विभाग का नए भवन का उद्घाटन राज्यपाल रमेश बैस ने शनिवार को किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह विभाग राज्य के लिए गौरव है. इस विभाग का विस्तारीकरण आने वाले समय में और होगा. शिक्षकों की कमी भी जल्द से जल्द दूर किया जाएगा. इस विभाग को रिसर्च के लिए भी बेहतर तरीके से डेवलप किया जाएगा.