रांची:झारखंड में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. प्रतिदिन संक्रमण की वजह से मरने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है. पिछले एक सप्ताह में कोरोना की वजह से 79 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि राजधानी रांची में अबतक 40 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. इलाज में तो मरीजों को परेशानी हो ही रही है. वहीं मरने के बाद अंतिम संस्कार में भी मृतक के परिजनों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
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46 शवों का अंतिम संस्कार
शनिवार को 46 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. जिसमें 16 से 20 लोग कोरोना से संक्रमित थे. पांच श्मशान घाट और दो कब्रिस्तान में 46 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. जिस वजह से रविवार को लंबे समय तक शवदाह गृह भी खराब हो गया था. हरमू मुक्तिधाम में 26 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं नामकुम के स्वर्णरेखा में 3 शव और इसके अलावा कब्रिस्तान में भी 15 शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
कोरोना की वजह से मरने वाले मृतकों को अंतिम संस्कार के लिए लंबे इंतजार से गुजरना पड़ रहा है. इसी वजह से मृतकों के परिजनों को भी मुक्तिधाम में लंबा इंतजार करना पड़ता है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से निजी अस्पतालों ने तो हाथ खड़े कर ही दिए हैं. इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.
जिस तरह से मुक्तिधाम और कब्रिस्तान में मृतकों के परिजन को अंतिम संस्कार कराने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. इससे साफ प्रतीत हो रहा है की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. लोगों को सावधान रहने की जरूरत है ताकि राज्य की व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके.