रांचीःझारखंड में मिड डे मील (मध्याह्न भोजन) योजना के 100 करोड़ रुपए को फर्जी तरीके से बैंक खातों में ट्रांसफर करने के आरोपी संजय तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए ईडी ने रांची पुलिस को पत्र लिखा है. बताया जाता है कि आरोपी संजय तिवारी ने कई गाड़ियां खरीदी थी और मिड डे मील के पैसों से गाड़ियों का लोन भरता था. साथ ही आरोपी संजय तिवारी के द्वारा कई वाहनों में फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर लगाए गए थे. संजय एनएचएआई के फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल करता था. बताया जाता है कि आरोपी ने 50 से अधिक महंगी गाड़ियां खरीदी थी. संजय तिवारी पर मनी लाउंड्रिंग के सहारे संपत्ति बनाने और बैंक का कर्ज चुकाने का आरोप है.
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गाड़ियों में फर्जी नंबर प्लेट लगाने और फर्जी पहचान पत्र इस्तेमाल करने का मामलाः ईडी की टीम ने जब संजय तिवारी के यहां छापेमारी की थी तब उसके घर के कई महंगी गाड़ियां जब्त की गई थी. सभी गाड़ियों में फर्जी नंबर प्लेट पाया गया था. इस दौरान ईडी की टीम ने उसके घर से एनएचएआई का फर्जी पहचान पत्र भी जब्त किया था. इस मामले में अब ईडी ने अलग से संजय तिवारी पर केस करने के लिए रांची पुलिस को पत्र भेजा है.
ईडी ने क्या पाया था अपनी जांच मेंः ईडी ने जांच में पाया था कि संजय तिवारी मनी लाउंड्रिंग के लिए फर्जी पहचान पत्र और फर्जी रजिस्ट्रेशन वाली गाड़ियों का इस्तेमाल किया करता था. साल 2017 में भानू कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय तिवारी ने फर्जी तरीके से मिड डे मील ऑथोरिटी के पैसे अपने खाते में जमा करवा लिए थे. इसके बाद इन पैसों को अन्य कई खातों में भेज दिया गया था. इस मामले में सीबीआई अलग से जांच कर रही थी. सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने मनी लाउंड्रिंग की जांच शुरू की थी.वहीं पत्र मिलने के बाद रांची पुलिस केस करने की तैयारी में जुट गई है.