रांचीः राजधानी में चोरी का उद्योग चलाने वाले शातिर चोर धीरज जालान के ठिकाने पर मिली 18 देशों की करीब 50 लाख करेंसी सहित करोड़ों के सामान मिलने के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है. पुलिस यह मानकर जांच कर रही है कि विदेशी करेंसी का मिलना हवाला कारोबार से जुड़ाव हो सकता है. पुलिस इस आशंका को देखते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को जांच के लिए पत्र लिखेगी.
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13 अक्टूबर को हुआ था रेड
बीते 13 अक्टूबर की शाम पुलिस ने गाड़ीखाना स्थित धीरज जालान के ठिकाने पर छापेमारी की थी. वहां से विदेशी करेंसी सहित एक करोड़ के सामान भी बरामद किए थे. यह बरामदगी धीरज के शागिर्द पूर्व उग्रवादी कुणाल पासवान की निशानदेही पर हुई है. कुणाल चुटिया थाना क्षेत्र के केतारी बगान के स्वर्णरेखा नगर का रहने वाला है. पुलिस ने धीरज के पिता श्याम सुंदर जालान को भी इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. गिरोह का सरगना कुख्यात धीरज जालान पिछले डेढ़ महीने से खूंटी जेल में बंद है. जेल में रहते हुए भी कुणाल के जरिए शहर में कार का शीशा तोड़कर चोरी करवा रहा था.
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सबसे ज्यादा इंडोनेशिया की करेंसी
पुलिस की छापेमारी में धीरज जलान के घर से सबसे ज्यादा इंडोनेशिया की करेंसी जब्त की गयी थी. उसके घर से 27 लाख 50 हजार रुपये इंडोनेशियन करेंसी मिले थे. इसके अलावा बांग्लादेश, मलेशिया, भूटान, अफगानिस्तान, ईरान, ओमान, सऊदी अरब, वियतनाम, नेपाल, यूनाइटेड अरब अमीरात, अमेरिका, थाईलैंड, पाकिस्तान और रूस की करेंसी भी बरामद की गई है, जबकि धीरज के घर से 4.22 लाख रुपये इंडियन करेंसी बरामद की है. इनमें 26,100 रुपये के सिक्के बरमाद किए गए थे. इसके अलावा 148 पीस चांदी का सिक्का, एक पिस्टल, 9 एमएम और 8 एमएम की एक-एक गोली, एक मैगजीन, 20 लैपटॉप, 270 मोबाइल, 64 मोबाइल चार्जर, 748 हेडफोन, 34 घड़ी, 08 एटीएम, 18 पासबुक, 34 लैपटॉप बैग सहित भारी मात्रा में सामान मिले थे.
मोटरसासइकिल चोर से बन गया गिरोह का सरगना
धीरज जालान मोटरसाइकिल चोर से चोर गिरोह का सरगना बन गया. करीब 16 साल पहले मोटरसाइकिल चुराने वाला धीरज जालान धीरे-धीरे अपना बड़ा गिरोह बना लिया. वह अपने गुर्गों को वेतन पर रखता था. उसके गिरोह में 50 से अधिक गुर्गे हैं, जिनमें अधिकतर को वह छह से आठ हजार रुपये मासिक वेतन देता था. हालांकि, धीरज चोरी के ही एक मामले में चार सितंबर से खूंटी जेल में बंद है. उसके गुर्गे अब भी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. धीरज जालान चोरी और लूट के माल भी खपाने का काम करता है.
रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि धीरज जालान के पास से जब्त करेंसी और सामानों का जुड़ाव हवाला के कारोबार से हो सकता है, इसे देखते हुए गंभीरता से इसकी जांच की जा रही है. मामले की जांच के लिए ईडी की भी सहायता ली जाएगी. इसके लिए ईडी को जल्द ही पत्र लिखा जाएगा.