रांचीः धरती का भगवान डॉक्टर को कहते हैं, लेकिन आज इलाज के नाम पर गरीब जनता को लूटा जा रहा है. पैसा है तभी बेहतर इलाज संभव है. लेकिन राजधानी रांची में एक ऐसे डॉक्टर हैं, जो गरीबों के लिए देवता हैं. इस डॉक्टर का नाम एसपी मुखर्जी हैं, जिनकी फीस पांच रुपये से 50 रुपये के बीच है.
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वर्ष 1935 में बिहार की राजधानी पटना के सब्जी बाग में जन्मे एसपी मुखर्जी आज रांची में मरीजों की सेवा में दिन रात लगे रहते हैं. उनकी इस सेवा की वजह से वर्ष 2019 में पद्मश्री से पुरस्कृत किए गए थे.
रोजाना मरीजों का करते हैं इलाज
86 वर्षीय डॉ मुखर्जी मरीजों की सेवा कर रहे हैं. रोजाना चार-पांच घंटा अपने लालपुर स्थित क्लीनिक में बैठते हैं और मरीजों का इलाज करते हैं. डॉ. मुखर्जी कहते हैं कि 55 वर्षों से सिर्फ पांच रुपये में मरीजों का इलाज कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कारण क्लीनिक के सेनेटाइजेशन में खर्च बढ़ गया है. इससे फीस 50 रुपया किया है. हालांकि, जो मरीज 50 रुपया देने में सक्षम नहीं है, तो उनसे उनकी क्षमता के अनुरूप ही फीस लिया जाता है. वे कहते है कि जिन मरीजों के पास पैसा नहीं है, उन्हें मुफ्त में इलाज करते हैं.
रिम्स के पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष पद से रिटायर्ड
डॉ एसपी मुखर्जी वर्ष 1957 में पटना स्थित पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद से मरीजों की सेवा में लग गए. उन्होंने वर्ष 1959 से 1962 तक आरा के सदर अस्पताल में सेवा दी. इसके बाद वर्ष 1962 से 1966 तक दरभंगा मेडिकल कॉलेज में पदस्थापित रहे. वर्ष 1966 से 1996 तक रांची के रिम्स में सेवा दी और पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष बनकर रिटायर्ड हुए.