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कोरोना संक्रमण काल में बच्चे और महिलाएं हो रही हैं डिप्रेशन के शिकार, दिनचर्या बदल कर खत्म कर सकते हैं डिप्रेशन

झारखंड में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान लोग मानसिक रोग के शिकार हो रहे हैं. रिनपास के पूर्व निदेशक डॉ अशोक प्रसाद ने कहा कि हाल के दिनों में डिप्रेशन के शिकार हुए लोगों की संख्या बढ़ गई है.

Dr. Ashok Prasad said changing the routine can end depression
दिनचर्या बदल कर खत्म कर सकते है डिप्रेशन

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Published : May 13, 2021, 6:25 PM IST

Updated : May 13, 2021, 7:33 PM IST

रांचीःकोरोना महामारी से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अब यह महामारी लोगों के दिमाग को भी प्रभावित करने लगा है. लॉकडाउन के दौरान घर में बैठे लोग अवसाद यानि डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं. रिनपास के पूर्व निदेशक डॉ अशोक प्रसाद ने गुरुवार को ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि इन दिनों जो मरीज पास पहुंच रहे हैं उसमें से 80-90 प्रतिशत लोग कोरोना के खौफ के शिकार होते हैं.

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घर के बड़े बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चे और महिलाएं एंजाइटी और डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं. मनोचिकित्सक डॉ अशोक प्रसाद कहते हैं कि घबराहट, बेचैनी, नींद की कमी, लगातार उदास रहना और रोने की इच्छा आदि के शिकर लोग क्लिनिक पहुंच रहे हैं.

मानसिक समस्याओं से कैसे बचें

कोरोना भले ही ग्लोबल महामारी है, लेकिन उसकी हार तय है. इस सकारात्मक सोच के साथ अपने परिवार के सदस्यों के साथ व्यस्त रहे. दोस्तों के साथ बातचीत करें. इसके साथ ही दिनचर्या को व्यवस्थित करते हुए प्रत्येक दिन योगा और व्यायाम जरूर करें.

प्रतीकात्मक तस्वीर

कब जाएं मनोचिकित्सक के पास

डॉ अशोक प्रसाद कहते हैं कि नींद में लगातार कमी, नकारात्मक सोच, झुंझलाहट, बात-बात पर बच्चों पर नाराजगी और जीवन से ऊब जाने की भाव आए, तो शीघ्र मनोचिकित्सक की सलाह लेकर दवा का सेवन करना शुरू कर दें.

प्रतीकात्मक तस्वीर

बच्चे और महिलाओं पर सबसे ज्यादा असर

कोरोना महामारी के चलते सबसे ज्यादा असर महिलाओं और बच्चों पर पड़ रहा है. डॉ अशोक प्रसाद कहते हैं कि स्कूल बंद होने की वजह से ऑनलाइन क्लास, टीवी-मोबाइल पर ज्यादा बच्चे व्यस्थ रहते हैं, जिसका असर मनःस्थिति पर पड़ रहा है. इसके साथ ही महिलाएं बीमारी की स्वाभाविक डर के कारण डिप्रेशन और एंजाइटी का शिकार हो रही हैं

प्रतीकात्मक तस्वीर

ज्यादा से ज्यादा टीका करना की जरूरत

लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के भय से लोगों की मनःस्थिति पर असर डाला है. डॉ अशोक प्रसाद ने सरकार से मांग की है कि ज्यादा से ज्यादा टीका कराएं. अगर संभव हो तो 24 घंटे टीकाकरण की सुविधा मुहैया कराई जाए, ताकि लोगों में विश्वास जगे कि जल्द कोरोना हारने वाला है. डॉ अशोक कहते हैं कि मानसिक समस्या को लेकर कॉल सेंटर शुरू करने की जरूरत है, ताकि एक कॉल पर समस्याओं का समाधान हो सके.

Last Updated : May 13, 2021, 7:33 PM IST

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