रांची:आरयू समेत राज्य के सातो विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक और अपर मुख्य सचिव ने महत्वपूर्ण बैठक ऑनलाइन की. बैठक में कुल 12 मुद्दों पर राज्य के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से जानकारी मांगी है, जिसमें कोरोना के संक्रमण काल में विश्वविद्यालयों में पठन-पाठन का काम कैसे हो रहा है, शिक्षकों की क्या समस्या है.
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बैठक में यह भी जानकारी ली गई के विश्वविद्यालयों में गरीब बच्चों के कल्याण के लिए प्रतियोगिता परीक्षा के लिए कोचिंग किस तरह आयोजित हो रहा है. जिसपर रांची विश्वविद्यालय ने आंकड़ों के साथ अपनी बातों को रखा. इस दौरान शिक्षा विभाग के निदेशक ने सभी कॉलेजों में लाइब्रेरी और लैब को अपग्रेड करने पर बल दिया. फिलहाल कोरोना के मद्देनजर तमाम विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन गतिविधि संचालित हो रही है. कोरोना के तीसरे लहर में पठन-पाठन किसी भी तरीके से बाधित ना हो. इसकी भी समीक्षा इस बैठक के दौरान की गई है.
इंफ्रास्ट्रक्चर की ली गई जानकारी
बैठक में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्माण कार्य के लिए दिए गए पैसे का उपयोग कैसे हो रहा है और निर्माण कार्य कहां तक पहुंचा है इसकी भी जानकारी ली गई, साथ ही सातवां वेतनमान को लेकर की भी पूरी जानकारी ली गई है. कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने अपनी समस्याओं से हायर एजुकेशन के अधिकारियों को अवगत कराया है.
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12 एजेंडों पर हुई चर्चा
बैठक में कुल 12 मुद्दों पर बातचीत की गई, जिसमें विश्वविद्यालयों और अंगीभूत महाविद्यालयों में क्लास 3 और 4 के पदों पर नियुक्ति के संबंध में जानकारी ली गई. विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मियों को सातवां वेतनमान लागू करने के संबंध में भी विस्तृत बातचीत की गई. कोविड-19 क्रमण काल में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पठन-पाठन कैसे हो रहा है, विश्वविद्यालय महाविद्यालयों में प्लेसमेंट सेल किस तरह से काम कर रहा है, इसके साथ-साथ द्वितीय पाली में कक्षा संचालन के लिए रांची विश्वविद्यालय से वह प्रतिवेदन की पूरी जानकारी मांगी गई है.
लाइब्रेरी और लैब असिस्टेंट की सूची मांगी
वित्त रहित महाविद्यालयों को अनुदान का उपयोगिता पत्र के बारे जानकारी मांगी गई है. इस दौरान लाइब्रेरी और लैब असिस्टेंट के लिए पदों की सूची मांगी गई है. अधिकारियों ने कई विश्वविद्यालय के कुलपतियों से यह भी जानकारी मांगी है, कि पूर्व में दिए गए पैसों का किस तरह से खर्च किया गया है, साथ ही नैक मूल्यांकन पर भी जोर दिया गया. नैक मूल्यांकन को लेकर विश्वविद्यालयों को निर्देश भी दिया है.
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इन विश्वविद्यालयों के कुलपति बैठक में हुए शामिल
बैठक में रांची विश्वविद्यालय, सिद्धू कानू विश्वविद्यालय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय, कोल्हान विश्वविद्यालय, बिनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय, विनोबा भावे विश्वविद्यालय, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल हुए.