रांचीःमई 2017 में आई पंचायत सचिव की वैकेंसी की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने कांग्रेस कार्यालय के पास प्रदर्शन किया और नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी करने की मांग की.
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क्या है पूरा मामलाः बता दें कि वर्ष 2017 में तत्कालीन भाजपा सरकार के कार्यकाल में पंचायत सचिव पद के लिए आवेदन मांगे गए थे और सितंबर 2019 में इसकी सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी. इस बीच सोनी कुमारी नाम की एक अभ्यर्थी अदालत चली गई. इससे नियुक्ति प्रक्रिया आंशिक रूप से प्रभावित हो गई थी. इस पर अदालत का फैसला भी आ गया है. लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी. इसलिए नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए हैं.
पंचायत सचिव पद पर नियुक्ति के लिए कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन, कांग्रेस नेता ने दिलाया भरोसा
पंचायत सचिव पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने कांग्रेस कार्यालय के पास प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता आलोक दुबे ने अभ्यर्थियों की मांगों को सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया है. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान ही मीडिया की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में एआईसीसी सदस्य आलोक दुबे ने आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके फैसलों को बदलने की आलाकमान से मांग की है.
पंचायत सचिव पद पर नियुक्ति के लिए कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन
आरपीएन सिंह के फैसलों को बदलने की उठी मांगःइधर कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के भाजपा ज्वाइन करने के बाद झारखंड कांग्रेस में उनके फैसलों को बदले जाने की मांग उठने लगी है. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान ही मीडिया की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में एआईसीसी सदस्य आलोक दुबे ने आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके फैसलों को बदलने की आलाकमान से मांग की है. आलोक दुबे ने मीडिया से कहा कि आरपीएन सिंह ने कई फैसलों को राज्य में तोड़ा-मरोड़ा था.
Last Updated : Jan 28, 2022, 1:02 PM IST