रांची:प्रकृति पर्व सरहुल पर राज्यभर के आदिवासी संगठन तीन दिनों का सरकारी अवकाश देने की मांग को लेकर लगातार मुखर रहे हैं. अब इस मुद्दे पर सरना के धार्मिक संगठन राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा ने राष्ट्रपित, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही है. इस संबंध में राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा के केंद्रीय महासचिव विद्यासागर केरकेट्टा ने कहा कि उनके संगठन के साथ-साथ राज्यभर के 43 के करीब सरना के सामाजिक और धार्मिक संगठन हैं जो सरहुल पर्व की छुट्टियों को बढ़ाने की मांग के समर्थन में हैं.
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सरहुल तीन दिनों का महोत्सवःविद्यासागर केरकेट्टा ने कहा कि सरहुल एक दिन की पूजा नहीं है, बल्कि यह महोत्सव है. उन्होंने कहा कि सरहुल के पहले दिन उपवास होता है, दूसरे दिन पूजा के साथ जुलूस निकाला जाता है और तीसरे दिन फूल खोसी होती है. राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा का कहना है कि आदिवासी अपने त्योहार के दिनों में सिर्फ त्योहार ही मानते हैं और उसमें बसियारी का अलग महत्व होता है. इसलिए सरकार प्रकृति पर्व सरहुल में तीन दिनों के अवकाश का नोटिफिकेशन जारी करें. इसमें से एक एनआई एक्ट के तहत हो, दूसरा कार्यपालिका के तहत हो और तीसरा रिस्ट्रिक्टेड अवकाश हो.