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कोरोना से निधन होने वाले कर्मियों को भूल गई झारखंड सरकार, सचिवालय सेवा संघ ने जताई नाराजगी - Secretariat personnel infected

झारखंड में कोरोना संक्रमण से अब तक दो दर्जन से अधिक सचिवालयकर्मियों और अधिकारियों की मौत हो चुकी हैं. इन पीड़ित परिवारों को सरकार की ओर से कोई सहायता मुहैया नहीं कराई गई है. झारखंड सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष विवेक आनंद बास्के ने सचिवालयकर्मियों और पदाधिकारियों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स घोषित करने की मांग की है.

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कोरोना से निधन होने वाले कर्मियों को भूल गई झारखंड सरकार

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Published : May 19, 2021, 8:18 PM IST

Updated : May 19, 2021, 9:20 PM IST

रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण से अब तक दो दर्जन से अधिक सचिवालयकर्मियों, पदाधिकारियों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही सैकड़ों सरकारी कर्मी संक्रमित हैं. सरकार की ओर से इन पीड़ित परिवारों को नहीं सहायता पहुंचाई गई है और नहीं संक्रमित होकर अस्पतालों में जीवन-मौत से जूझ रहे लोगों को विशेष व्यवस्था की गई है. झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने बुधवार को नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सचिवालयकर्मियों और पदाधिकारियों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स घोषित करने की मांग की है.

क्या कहते हैं झारखंड सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष

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राज्य में कोरोना का कहर जारी है. आमलोगों के साथ साथ बड़ी संख्या में राज्य सरकार के अधिकारी भी शिकार हो रहे हैं. हालत यह है कि अप्रैल-मई महीने में राज्य सरकार के दो दर्जन से अधिक अधिकारियों और सचिवालयकर्मियों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा चार सौ से अधिक सचिवालयकर्मी संक्रमित हैं. संक्रमण के खतरा को देखते हुए राज्य सरकार ने सचिवालय और अन्य विभागों में रोस्टर ड्यूटी लगाई गई है. इसके बाबजूद स्थिति में सुधार नहीं है. वर्तमान में स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, गृह कारा जैसे विभाग में सीमित संख्या कर्मी आते हैं, जिससे जैसे तैसे काम किया जा रहा है.


मृतक के परिजन को अब तक कोई सहायता नहीं
झारखंड सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष विवेक आनंद बास्के कहते है कि दो दर्जन सचिवालयकर्मियों की मौत हो चुकी है, लेकिन मृतक के परिजनों को अब तक सरकार की ओर से मुआवजा नहीं मिला है. वहीं, संक्रमण के शिकार हुए कर्मी खुद अपना इलाज करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का पहले से प्रावधान है, लेकिन इसपर कोई पहल नहीं की गई है. उन्होंने सरकार से सचिवालयकर्मियों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि तत्काल कुछ सहायता राशि पीड़ित परिवार को मुहैया कराई जाए.

अब तक कोरोना से हुई सरकारी अधिकारियों और कर्मियों की मौत

  • गजेश्वर महतो, अवर सचिव,जल संसाधन विभाग
  • रमाशंकर प्रसाद, संयुक्त सचिव, भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग
  • विजय पासवान, उप निदेशक, पर्यटन विभाग
  • अवधेश पासवान, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान आप्त सचिव
  • रजनीश समद, राज्य कर उपायुक्त, वाणिज्यकर विभाग
  • मनोज चौधरी, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग
  • गगन प्रसाद, सेक्शन ऑफिसर, जल संसाधन विभाग
  • अखिलेश कुमार बाजपेयी, संयुक्त सचिव, वित्त विभाग
  • सुशील अजीत सुरीन, उपसचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
  • अशोक कुमार कर्ण, सेवानिवृत्त संयुक्त सचिव, वाणिज्यकर विभाग
  • रमाशंकर प्रसाद, संयुक्त सचिव, राजस्व विभाग
  • संजीव भारती, गढ़वा में रमना प्रखंड के अंचलाधिकारी
  • रुंगटू लोहरा, रांची जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी
  • भोला हरिजन, लोहरदगा के जिला खनन पदाधिकारी
  • अशोक तिवारी, कोयला नियंत्रक
  • यूजिन मिंज, उपसचिव, जैक
  • दिगंबर महतो, श्रम अधीक्षक, रामगढ़,
  • राहुल वर्मा, कार्यपालक दंडाधिकारी सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी, रामगढ़
  • सोनाराम सोरेन, विद्युत कार्यपालक अभियंता, रामगढ़
Last Updated : May 19, 2021, 9:20 PM IST

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