रांचीः झारखंड के नए डीजीपी से पुलिस मेंस एसोसिएशन के अधिकारियों ने मुलाकात कर अपनी विभिन्न मांगों से डीजीपी को अवगत करवाया. साथियों से अनुरोध किया कि उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई की जाए, क्योंकि यह काफी दिनों से लंबित है.
डीजीपी से मिला पुलिस मेंस एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल, वेतन-भत्ता बढ़ाने की मांग - डीजीपी नीरज सिन्हा
झारखंड के नए डीजीपी से मुलाकात का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर डीजीपी से मिला. इसको लेकर डीजीपी ने उनकी समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया.
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डीजीपी का मिला आश्वासन
झारखंड पुलिस में सिपाही-हवलदार की प्रतिनिधि संस्था के प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी को 13 माह के वेतन, क्षतिपूर्ति अवकाश लागू करने समेत 28 सूत्री मांग पत्र सौंपा. डीजीपी नीरज सिन्हा ने पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को मांग पर विचार करने और उनको जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया. मेंस एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय, महामंत्री रमेश उरांव, समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
क्या रखी मांग
पुलिस मेंस एसोसिएशन ने मांग की है कि पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग में जाने के बाद 13वें माह के वेतन से वंचित कर दिया गया है, जिसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है. वहीं त्यौहार, अवकाश के दिन भी काम करने के कारण पुलिसकर्मियों को एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जा रहा, इसके बाद क्षतिपूर्ति अवकाश की व्यवस्था खत्म कर दी गई. मेंस एसोसिएशन ने वर्दी भत्ता चार हजार से बढ़ाकर 12 हजार करने, मेडिक्लेम भत्ता मासिक एक हजार से बढ़ाकर दो हजार करने ताकि 10 लाख का मेडिक्लेम मिले, राशन भत्ता दो हजार से बढ़ाकर चार हजार करने, धुलाई भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर एक हजार करने, विशेषकार्य भत्ता 65 रुपये से बढाकर 5000 करने, आर्मोरर भत्ता 40 रुपये से बढ़ाकर 1 हजार करने, चालक भत्ता 300 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने, रायफल भत्ता 10 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये करने, दुरूह भत्ता लागू करने, 3000 रुपये मेडल भत्ता देने, तकनीकी भत्ता, शिक्षण भत्ता, प्रशिक्षण भत्ता, एसीबी में तैनात पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त 25 प्रतिशत वेतन, जगुआर में 50 प्रतिशत अतिरिक्त वेतन देने की मांग की गई है.