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झारखंड में कोरोना वैक्सीनेशन जोरों पर, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को युद्ध स्तर पर दी जा रही वैक्सीन

पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन चल रहा है. झारखंड में भी कई टीकाकरण केंद्र बनाए गए. अब तक 577249 लोगों को टीका लगाया जा चुका है. रांची में सरकारी टीकाकरण केंद्र के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. पूरे राज्य में अब तक 374244 स्वास्थ्य कर्मचारी और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाया जा चुका है.

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कोरोना वैक्सीनेशन

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Published : Mar 19, 2021, 9:04 PM IST

रांची:16 जनवरी से पूरे देश के साथ-साथ झारखंड में भी कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई. झारखंड में भी कई टीकाकरण केंद्र बनाए गए. अब तक पूरे राज्य में 577249 लोगों को टीका लगाया जा चुका है, जिसमें स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और बुजुर्ग के साथ-साथ वैसे मरीज जिनकी उम्र 45 से ज्यादा है और वह विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हैं वो शामिल है.

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रांची में सरकारी टीकाकरण केंद्र के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. पूरे राज्य में अब तक 374244 स्वास्थ्य कर्मचारी और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाया जा चुका है. वहीं 27693 वैसे लोगों को टीका लगाया गया है, जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक है और वो किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं.
वर्तमान में बुजुर्गों को टीका देने का कार्य जोरों पर चल रहा है. अब तक पूरे राज्य में 175312 ऐसे लोगों को टीका लगाया गया है, जो लोग 60 वर्ष से ऊपर के हैं. ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में जाकर टीका ले रहे बुजुर्गों से जानकारी ली, जिसमें कई बुजुर्गों ने टीकाकरण अभियान से संतुष्टि जाहिर की. सदर अस्पताल में टीका लेने पहुंचे बुजुर्गों ने बताया कि सुबह के समय में थोड़ी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन फिर धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो जाती है.

निजी अस्पतालों में भी बेहतर व्यवस्था

कोरोना टीका लेने वाले बुजुर्गों ने बताया कि निजी अस्पतालों में भी व्यवस्था बहुत बेहतर है और टीका के लिए ढाई सौ रुपए देना पड़ता है, जिसके बाद रजिस्ट्रेशन होता है. निजी अस्पताल के संचालक साहिल गंभीर बताते हैं कि निजी अस्पतालों में सरकारी अस्पतालों से सामंजस्य बनाकर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, लोगों को अस्पताल में पहुंचने के बाद सभी प्रोटोकॉल को फॉलो कर टीका लगाया जा रहा है, ताकि अगर किसी भी व्यक्ति को टीका लगाने के बाद दिक्कत आती है, तो उसके बारे में तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी जा सके.

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