रांचीःडॉक्टर श्यामा प्रशाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति एसएन मुंडा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. इसे लेकर कुलपति के अधिकार पर राजभवन ने रोक लगा रखी है. नीतिगत निर्णय कुलपति नहीं ले सकते हैं. इसके बावजूद डीएसपीएमयू में चार गेस्ट फैकेल्टी को अपने निर्णय से कुलपति ने अनुबंधित शिक्षक बना दिया है. इनका मानदेय 40 हजार फिक्स कर दिया गया है.
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राजभवन की ओर से कुलपति के अधिकार पर रोक
डीएसपीएमयू में गेस्ट फैकल्टी के रूप में कार्यरत 4 शिक्षकों को कुलपति एसएन मुंडा ने बिना किसी प्रक्रिया के सीधे अनुबंध शिक्षकों के पद पर नियुक्त कर दिया है. इनका मानदेय 40 हजार रुपये तय किया गया है. जबकि ऐसा कोई निर्णय कुलपति फिलहाल नहीं ले सकते हैं. राजभवन की ओर से कुलपति के अधिकार पर रोक लगाई गई है. मामले को लेकर डीएसपीएमयू शिक्षक संघ ने भी सवाल खड़े किए हैं.
अनुबंध शिक्षकों की नियुक्ति
संघ की माने तो विश्वविद्यालय में कई विभागों में गेस्ट फैकल्टी कई वर्षों से कार्यरत हैं, लेकिन अब तक अनुबंध पर उनकी नियुक्ति हुई नहीं है. जबकि यह चारों गेस्ट फैकेल्टी जिनको नियुक्त किया गया है, यह हाल ही से इस विश्वविद्यालय में पठन-पाठन का काम कर रहे हैं. दो माह पूर्व ही अनुबंध शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही थी, लेकिन जिन विषयों में इनकी नियुक्ति हुई है उसे लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया था और न ही इंटरव्यू का ही आयोजन हुआ था. सीधे कुलपति की ओर से इन गेस्ट फैकल्टी को नियुक्त कर दिया गया है और जिसका विरोध डीएसपीएमयू शिक्षक संघ कर रहे हैं. वहीं, कंप्यूटर ऑपरेटर को विश्वविद्यालय ने एमसीए डिपार्टमेंट का अनुबंधित शिक्षक बना दिया है.
कुलपति ने दी सफाई
मामले को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि इन चारों शिक्षकों की नियुक्ति पहले ही कर ली गई थी. इनका नोटिफिकेशन बाद में किया गया है. मामले को लेकर विरोध जारी है. शिक्षक संघ ने राजभवन का दरवाजा खटखटाने की बात कही है.