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रांची: प. बंगाल हिंसा पर भाजपा के धरने को कांग्रेस ने बताया ढोंग, कहा-हार पर खीझ निकाल रही भाजपा

रांची में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बीजेपी पर निशाना साधा है और कहा है कि इस महामारी के वक्त भी बीजेपी लोगों को मदद करने की बजाय प. बंगाल में मिली हार के बाद अपनी खीझ निकाल रही है.

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Published : May 5, 2021, 9:11 PM IST

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कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना

रांची: प. बंगाल में हिंसा के विरोध में बुधवार को भाजपा की ओर से देशभर में भाजपा दफ्तरों में दिए गए धरने पर कांग्रेस ने निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी प. बंगाल में मिली हार पर खीझ निकाल रही है.

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भाजपा नेता घरों में बैठे हुए हैं: कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि झारखंड में पिछले एक महीने से कोरोना को लेकर लोग परेशान हैं, लेकिन भाजपा नेताओं को मरीजों की चिंता नहीं है. भाजपा नेता अपने घर में दुबके बैठे हैं, और घर में धरना देने का ढोंग और स्वांग रच रहे हैं. इससे पहले जब देश में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही थी तो भाजपा नेता चुनाव के बहाने कोरोना संक्रमण के फैलाव में जुटे थे. यही कारण है कि आज देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर की मीडिया कोरोना संकट से निपटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की आलोचना कर रही है. भाजपा के तमाम नेता और तीन- तीन पूर्व मुख्यमंत्री घरों में बैठकर नेतागीरी चमका रहे हैं.

भाजपा मक्खन-रोटी खाकर कर रही है अनशन: कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि पिछले साल भी लॉकडाउन के वक्त भाजपा के अधिकांश नेता-कार्यकर्ता अपने घरों में दुबक गए थे और प्रदेश भाजपा कार्यालय में साढ़े पांच किलोग्राम का ताला महीनों लटकता रहा. पिछली बार वे चिट्ठी-चिट्ठी के खेल के साथ घरों में मक्खन-रोटी खाकर अनशन देने का स्वांग कर रहे थे और इस बार घरों में धरना देने का ढोंग कर फोटो मीडिया में जारी कर खबरों में बने रहने की कोशिश कर रहे हैं.

भाजपा नेताओं ने नहीं की किसी की मदद: डॉ राजेश गुप्ता

प्रदेश प्रवक्ता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि भाजपा के किसी सांसद-विधायक ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, इंजेक्शन और जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए अपने नेताओं और केंद्र सरकार से आग्रह तक नहीं किया. हालांकि जब सर्वदलीय बैठक बुलाई जाती है, तो ये राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने और सहयोग की बात करते हैं. लेकिन बाद में इनका असली चेहरा जनता के सामने आ जाता है.

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