रांची: क्या यह सच है कि हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren government) को गिराने की साजिश रची जा रही है. क्या यह सच है कि कई विधायकों से संपर्क साधा जा रहा था. क्या यह सच है कि कुछ रसूखदार लोग होटल में छद्म नाम से रूके थे और साजिश रच रहे थे. फिलहाल, तीन सवालों में से एक का जवाब मिल चुका है. तीन लोगों को होटल से गिरफ्तार किया गया है. तीनों के नाम हैं, अभिषेक दूबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो. फिलहाल तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है. अब सवाल है कि सरकार गिराने की साजिश वाली बात कहां से सामने आई.
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कांग्रेस विधायक ने की शिकायत
दरअसल, बेरमो से कांग्रेस विधायक जयमंगल उर्फ अनूप सिंह (Congress MLA Anoop Singh) ने 22 जुलाई को कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की थी कि कुछ लोग सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं. उनकी शिकायत पर पुलिस हरकत में भी आई और तीन लोग गिरफ्तार भी हुए. हालाकि पूरा सच सामने आना अभी बाकी है. इस बीच ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने कांग्रेस विधायक जयमंगल से फोन पर बात की. उन्होंने ईटीवी भारत को सिलसिलेवार पूरी जानकारी दी.
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तीन लोग गिरफ्तार
अनूप सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि दूसरे राज्य के कुछ लोग रांची में जमे हुए हैं. वे लोग विधायकों को प्रलोभन देकर सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं. इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं और कुछ भाग निकले. अभी तक यह पता नहीं चला है कि गिरफ्तार तीनों शख्स किन विधायकों के संपर्क में थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने उन्हें इस तरह की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा था. इसी दौरान कुछ जानकारी मिलने पर कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई गयी थी. अनूप सिंह ने कहा कि उन्होंने इसकी जानकारी किसी से भी साझा नहीं की थी. इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री को पता चला कि अनूप सिंह ही शिकायतकर्ता हैं. तब उनके पूछने पर उन्होंने सीएम को सभी पहलुओं से अवगत कराया था.
कांग्रेस में सबकुछ ठीक ठाक
अनुप सिंह ने बताया कि सरकार बनने के बाद से ही सरकार को अस्थिर करने की कोशिश चल रही है. यहां गठबंधन की सरकार है. इसलिए सरकार को ऐसी साजिशों से बचाना हमारी जिम्मेदारी है. उनसे यह पूछा गया कि कांग्रेस के कई विधायक लगातार दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं. कई लोग नाराजगी दिखा रहे हैं. इसका मतलब तो यही है कि कांग्रेस में सबकुछ ठीकठाक नहीं है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि विधायकों को आलाकमान के पास अपनी बात रखने का अधिकार है. इसका मतलब यह नहीं कि कांग्रेस विधायकों को बदनाम किया जाए. फिलहाल, पूरे मामले में पुलिस की ओर से खुलासे का इंतजार है.