रांची: जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के मामले पर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व बंटा हुआ नजर आ रहा है. वैसे ही झारखंड प्रदेश कांग्रेस भी इस मामले पर बंटा हुआ है. जहां प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि देशहित में किया गया, यह स्वागत योग्य कदम है. वहीं, कुछ ने इसे हटाने के लिए अपनाई गई प्रक्रिया पर विरोध जताया है.
आर्टिकल 370 ने कांग्रेस को दो भागों में बांटा, कुछ नेता पक्ष में, तो कुछ विपक्ष में खड़े
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35ए हटाए जाने को लेकर कांग्रेस से मिली-जुली प्रतिक्रया आ रही है. जहां कांग्रेस के कुछ नेता विरोध जता रहे हैं, तो वहीं कुछ इसके समर्थन में भी खड़े हैं.
इस मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश गुप्ता ने कहा है कि यह देश हित में सरकार का स्वागत योग्य कदम है. जिसका पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत भी किया है. जबकि प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी भी देशहित में अपना निर्णय लेती है. लेकिन सीडब्ल्यूसी की बैठक में इसकी गंभीरता को देखते हुए एक मापदंड तैयार किया गया है और सवाल इसकी प्रक्रिया को लेकर उठाया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से आम जनता को डर के साए में रखकर सरकार ने यह निर्णय लिया है, उसे जनहित में नहीं माना जा सकता.