रांचीः प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली आजसू पार्टी विधानसभा चुनाव में अलग राह अख्तियार कर सकती है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम आजसू पार्टी के उम्मीदवारों का औपचारिक ऐलान होना है. पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो दो राउंड दिल्ली यात्रा के बाद सोमवार को रांची वापस लौट रहे हैं. अंदरूनी सूत्रों पर यकीन करें तो फिलहाल मामला हुसैनाबाद और लोहरदगा सीट को लेकर अटका हुआ है. इसको लेकर एनडीए में गांठ जस की तस पड़ी है.
बता दें कि हुसैनाबाद से बसपा विधायक शिवपूजन मेहता ने हाल में ही आजसू पार्टी का दामन थामा है. दूसरी तरफ लोहरदगा पर 2014 में आजसू के कमल किशोर भगत ने चुनाव जीता था. हालांकि बाद में उस सीट पर उपचुनाव हुआ और सीट कांग्रेस के खाते में गई. इधर सुखदेव भगत ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. सोमवार को कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत आजसू कैंडिडेट के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने जा रही हैं.
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आजसू के अंदरूनी सूत्रों पर यकीन करें तो पार्टी के नेता सोमवार को पहले लोहरदगा जाएंगे और वहां से लौटने के बाद अपने उम्मीदवारों का औपचारिक ऐलान कर देंगे. नाम नहीं छापने की शर्त पर पार्टी के एक केंद्रीय पदाधिकारी ने बताया कि दोपहर बाद बीजेपी अपने बाकी उम्मीदवारों की घोषणा भी कर देगी. इससे यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि बीजेपी ने आजसू की बातों का मान रखा है या नहीं. इसके बाद आजसू अपना पता खोलेगी.