रांची:अपनी सरकार के कार्यकाल के 4 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते नजर आए. मोरहाबादी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने एक तरफ अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो दूसरी तरफ राज्य की पिछली बीजेपी सरकार की जमकर आलोचना की.
गुरुजी शिबू सोरेन और अपनी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी में जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 4 साल का सफर काफी चुनौतीपूर्ण रहा है, जिसमें कोरोना के साथ-साथ राज्य में सूखे की समस्याओं ने भी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी की. इसके बावजूद सरकार ने दृढ़ संकल्प के साथ काम किया और न केवल राज्य के लोगों को मदद पहुंचाई बल्कि कोरोना काल में झारखंड से दूसरे राज्यों तक ऑक्सीजन पहुंचाकर उत्कृष्ट कार्य किया.
मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की जनता ने डबल इंजन और सिंगल इंजन की सरकार देखी है. डबल इंजन सरकार ने राज्य को दोनों हाथों से लूटा है. पिछली सरकार के समय किसानों को बीमार पशु दिए जाते थे, लेकिन हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि किसानों को स्वस्थ पशु दिए जाएं और जो भी पशु दिए जाएंगे, उनका बीमा भी किया जाएगा. सरकार ने अब किसानों को अन्य जानवरों के अलावा भैंस भी देने का फैसला किया है.
'केंद्र झारखंड के साथ सौतेला कर रहा व्यवहार':करीब 55 मिनट के अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ज्यादातर समय केंद्र सरकार और बीजेपी पर ही केंद्रित रहा. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब केंद्र से बकाया रॉयल्टी की मांग की जाती है तो झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है. आज भी झारखंड का केंद्र पर 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है. केंद्र द्वारा दूसरे राज्यों को रॉयल्टी दी जाती है, लेकिन झारखंड के साथ भेदभाव किया जाता है. जब हमने राज्य के गरीबों के लिए आवास योजना के लिए पैसा मांगा तो हमें नहीं दिया गया. आखिरकार सरकार ने अपने स्तर पर अबुआ आवास के जरिये जरूरतमंदों को आवास उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. अबुआ आवास के लिए 8 लाख से ज्यादा आवेदन सरकार के पास आ चुके हैं. राज्य सरकार की छवि को हमेशा धूमिल करने का प्रयास किया जाता रहा है. राष्ट्रपति जब झारखंड दौरे पर आये तो डीवीसी बकाया का बहाना बनाकर बिजली काट दी गयी.