रांची/पूर्वी सिंहभूम: राज्य के कर्मचारियों और पदाधिकारियों को आवाम की सेवा के लिए तनख्वाह मिलता है, लेकिन पूर्व की सरकारें इनसे अपनी सेवा करवाती रही. अब वही कर्मचारी आपकी सेवा में लगे हुए हैं. प्रखंड और पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर सरकार की योजनाओं का लाभ दे रहे हैं. आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार अभियान के तीसरे चरण में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्वी सिंहभूम के पोटका में जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने हिन्दी भाषा के साथ साथ संथाली भाषा में लोगों को बताया कि उनकी सरकार जनहित में क्या-क्या कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है जहां सभी बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांग को पेंशन मिल रहा है.
सीएम ने कहा कि उन बेइमानों ने 20 साल तक शासन चलाया जो राज्य के घोर विरोधी थे. ऐसे लोग आपकी सेवा क्यों करेंगे. तब हमलोगों ने कमर कसा और 2019 में सत्ता हासिल किया. उसी का नतीजा है कि आप सभी को पेंशन और शिक्षा की सुविधा मिल रही है. लाखों एकड़ जमीन में फलदार पेड़ लगाए गये हैं. कर्मचारी आपके दरवाजे पर घूम घूमकर योजनाओं का लाभ पहुंचा रहे हैं. सावित्रीबाई फूले योजना से 8 लाख बच्चियां जोड़ी जा चुकी हैं.
सीएम ने कहा कि सभी बच्चियों के खाते में साइकिल का पैसा भेजा गया. इस काम को पूर्व की सरकार ने वर्षों से लटका रखा था. सीएम ने कहा कि जो बच्चे नौंवी, दसवीं पढ़ेंगे, उन्हें गुरुजी क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा. आगे की पढ़ाई के खर्च के लिए सरकार गारंटर बनेगी. नौकरी लगने पर आपको धीरे-धीरे पैसे लौटाने होंगे. सीएम ने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान मिलना आप सभी का हक है. बहुत जल्द राशन के साथ एक किलो दाल भी दिया जाएगा. साथ ही हर जरुरतमंद को अबुआ आवास दिया जाएगा.
सीएम ने कहा कि विपक्ष से पूछो कि 20 साल में हमारे मां-बाप का आंसू क्यों नहीं पोछा. गरीबों को आवास क्यों नहीं मिला, बुजुर्ग और विधवाओं को पेंशन क्यों नहीं मिला. लेकिन विपक्ष वाले ये बातें नहीं करेंगे. ये सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम, आदिवासी, गैर आदिवासी, अगड़ा, पिछड़ा की बात करते हैं. आज इन्हीं महाजनों के यहां मजदूर और ड्राइवर बनकर काम कर रहे हैं. लेकिन हमारी सरकार आपको स्वरोजगार की सुविधा दे रही है. 20 साल तक अंधा, गूंगा, बहरे की तरह सत्ता चलाती रही यहां की सरकारें. इनसे हिसाब मांगना है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सर्वजन पेंशन योजना, अबुआ आवास योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, पशुधन योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बाड़ी योजना, सावित्रीबाई फूले योजना पर फोकस किया. सीएम ने फिर दोहराया कि कोरोना काल में आम अवाम को बचाने के लिए हमारे दो-दो मंत्रियों ने जान गंवा दी. क्योंकि झारखंड में आदिवासी-मूलवासी की सरकार है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों इसी कोल्हान के 10 हजार से ज्यादा युवक-युवतियों को गैर सरकारी संस्थानों में नौकरी मुहैया कराई गयी थी. किसी ग्रामीण को बिजली का पैसा नहीं देना पड़ेगा. शिविर में मुख्यमंत्री ने 348 करोड़ की 452 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इसके अलावा 2 लाख 26 हजार 85 लाभुकों के बीच 204 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया. कार्यक्रम में मंत्री चंपई सोरेन और मंत्री सत्यानंद भोक्ता के अलावा स्थानीय विधायक समेत कई अधिकारी मौजूद थे.