रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग की समीक्षा के दौरान कई सुझाव और निर्देश दिए हैं. झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं. ऐसे भी कई पर्यटक स्थल हैं, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है. मुख्यमंत्री ने ऐसे पर्यटक स्थलों की पहचान करने के लिए स्थानीय लोगों से मदद लेने का निर्देश दिया है. झारखंड के पर्यटक स्थलों को देखने के लिए आने वाले सैलानियों का डाटाबेस तैयार होगा. पर्यटन स्थलों की जानकारी सैलानियों हो तक पहुंचाने के लिए प्रचार प्रसार पर फोकस किया जाएगा. सभी पर्यटक स्थल पर आसपास के दूसरे पर्यटक स्थलों की जानकारी देने की व्यवस्था की जाएगी.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि 39.13 करोड़ रुपए की लागत से बाबा वैद्यनाथ धाम, देवघर को प्रसाद स्कीम के तहत विकसित किया जा रहा है, वहीं स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत दलमा-चांडिल-गेतलसुद-बेतला-मिरचैया-नेतरहाट के लिए 52.72 करोड़ रुपए का बजट है. रजरप्पा पर्यटक स्थल के लिए 20.91 करोड़ रुपए, लुगुबुरु (बोकारो) के लिए 11.99 करोड़, चांडिल पर्यटक स्थल के लिए 8.92 करोड़ रामगढ़-रांची एनएच-33 पर चुटूपालू में विजिटर्स गैलरी बनाया जाएगा. इसके अलावा दुमका में म्यूजियम और ओपेन एयर थिएटर का निर्माण 33.75 करोड़ की लागत से होगी. देवघर में फूड एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट और पतरातू में टूरिस्ट गेस्ट हाउस बनाया जा रहा है.
पर्यटन से जुड़ी अन्य योजनाएं
रांची के धुर्वा में ट्राइबल थीम पार्क, साहिबगंज, सरायकेला-खरसांवा और दुमका में हैंडीक्राफ्ट टूरिज्म सेंटर, राजमहल-साहिबगंज-पुनई चौक गंगा फेरी सर्किट, दुमका और रांची में रूरल टूरिज्म सेंटर, बासुकीनाथ, दुमका में वेसाइड एमिनिटीज, नेतरहाट के मैग्नोलिया सनसेट प्वाइंट में वैली ऑफ फ्लावर, मसानजोर में एडिशनल टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स और शिवगादी, साहिबगंज, मसानजोर और दुमका में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है.
29 दिसंबर को इन योजनाओं की होगी लॉन्चिंग
सरकार के 1 साल पूरा होने के मौके पर रांची स्थित होटल अशोका का पर्यटन विभाग द्वारा अधिग्रहण और इको सर्किट प्रोजेक्ट को लांच किया जाएगा. नेतरहाट समेत चुनिंदा पर्यटक स्थलों पर इको टूरिज्म फेस्टिवल्स का आयोजन होगा. इसके तहत फरवरी में एक सप्ताह का इको रिट्रीट हब आयोजित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की योजना
राज्य में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए भी ठोस योजना तैयार की गई है. इसके तहत खेल नीति-2020 बनायी गयी है. खेल को आकर्षक और व्यवहार्य करियर विकल्प बनाने की भी योजना तैयार की गई है. खिलाड़ियों का डेटाबेस तैयार कर अंतरराष्ट्रीय क्षमता मानक के साथ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके अलावा देशज और पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देने के साथ स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा.