रांचीः पिछले दिनों चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में घायल हुए सीआरपीएफ जवान का इलाज के दौरान निधन हो गया. रांची के सीआरपीएफ कैंप में शहीद जवान का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा है. राज्यपाल और मुख्यमंत्री एक ही गाड़ी में बैठकर सीआरपीएफ कैंप पहुंचे. कैंप पहुंचकर राज्यपाल रमेश बैस और सीएम हेमंत सोरेन ने शहीद सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार को श्रद्धांजलि दी.
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शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए झारखंड पुलिस के कई अधिकारियों साथ साथ सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान चितरंजन बिहार के राजगीर जिला के चकपर गांव के रहने वाले थे. नक्सलियों के खिलाफ कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ चुके थे.
झारखंड के चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में बुरी तरह घायल (CRPF jawan injured in encounter) हुए सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार की इलाज के दौरान रांची के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई (injured CRPF jawan died) है. रविवार 18 सिंतबर को चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र (pratappur police station) के चतरा-पलामू सीमा पर स्थित बिरमाटकुम जंगल में हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान चितरंजन कुमार घायल हो गए थे. चितरंजन कुमार को एअरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया था.
मुठभेड़ के बाबत बताया गया कि गुप्त सूचना मिली थी कि रीजनल कमेटी सदस्य मनोहर गंझू बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से अपने दस्ते के साथ प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जंगली इलाकों में घूम रहा है. इस अभियान के दौरान ही बिरमाटकुम जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद तत्काल मोर्चा संभालते हुए सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक जवान के पैर और कमर पर गोली लगी. इस मुठभेड़ के दौरान कुल 4 से अधिक नक्सलियों को भी गोली लगी है. जिसके बाद घायल नक्सलियों को उनके साथी लेकर जंगल से भागने में सफल रहे हैं.