रांचीः उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के कुख्यात कमांडर महेश भुईंया की मुठभेड़ में हुई मौत की जांच अब सीआईडी करेगी. 24 फरवरी को पलामू पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में महेश भुईंया मारा गया था. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गाइडलाइंस के कारण अब पूरे केस की सीआईडी जांच करेगी. सीआईडी एडीजी अनिल पालटा ने केस का अनुसंधान टेकओवर करने का आदेश सीआईडी को दिया है. वर्तमान में मुठभेड़ के मामले में पलामू के रामगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
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पलामू में हुई थी मुठभेड़
राज्य के अति नक्सल प्रभावित इलाका पलामू जिले के चैनपुर प्रखंड में फरवरी माह में पुलिस और जेजेएमपी उग्रवादी दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई थी. पुलिस को चोरहट जंगल में उग्रवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. अभियान के दौरान पुलिस ने जेजेएमपी उग्रवादियों को भागते देख पकड़ने की कोशिश की थी. उग्रवादियों की ओर से फायरिंग किए जाने के बाद पुलिस बलों ने जवाबी फायरिंग की थी. जिसमें जेजेएमपी कमांडर महेश भुईंया की मौत हो गई थी. घटना के बाद पुलिस ने राइफल समेत अन्य हथियार सर्च अभियान के दौरान बरामद किए थे. जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी कि जिस राइफल को पुलिस ने बरामद किया था पूर्व में वह पुलिस से ही लूटा गया था.
मेडिकल बोर्ड ने किया था पोस्टमार्टम
घटना के बाद मृत उग्रवादी के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड ने किया था. वहीं पूरे पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉडिंग भी की गई थी. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुठभेड़ को लेकर कोई संदेह न हो, ऐसे में सीआईडी से निष्पक्ष जांच कराई जाएगी.