रांची: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और वर्तमान में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के फोन टैपिंग के आरोपों की सीआईडी जांच चल रही है. सीआईडी की अबतक की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि पूर्व एडीजी अनुराग गुप्ता के कार्यकाल में 372 मोबाइल नंबरों की टैपिंग हुई थी, लेकिन उसमें किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े व्यक्ति का फोन टैपिंग की बात जांच में नहीं आई है.
टेक्निकल सेल करता था फोन टेप
अबतक की जांच में यह बात सामने आया है कि किसी भी राजनीतिज्ञ या अधिकारी का मोबाइल नंबर टैप नहीं किया गया था. हालांकि सीआईडी काफी संजीदगी से पूरे मामले की जांच कर रही है. सीआईडी यह जांच रही है कि जिन नंबरों की टैपिंग हुई उसमें क्या बातचीत की गई थी. एक एक नंबर की जांच सीआईडी कर रही है.
फोन टैपिंग के आधार पर हुआ था केस
सीआईडी के फोन टैपिंग के आधार पर पूर्व में दुमका जेल में बंद गैंगेस्टर अनिल शर्मा और घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्हा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. दोनों ने जेल के भीतर रहते हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था, साथ ही रंगदारी की मांग भी जेल के भीतर से की जाती थी. सीआईडी के द्वारा पशु तस्करों, साइबर अपराधियों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर रखे जाने की बात सामने आई है. सीआईडी पूर्व में टैपिंग में रहे सारे नंबरों की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है. किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार और डीजीपी को दी जाएगी.
सीआईडी में 372 नंबरों की हुई थी टैपिंग, सारे नंबरों की जांच जारी, अबतक किसी राजनीतिज्ञ के फोन टैप होने के सबूत नहीं
पूर्व एडीजी अनुराग गुप्ता के कार्यकाल में 372 मोबाइल नंबरों की टैपिंग हुई थी. इस मामले पर सीआईडी जांच कर रही है. विधायक सरयू राय ने भी फोन टैपिंग की शिकायत की थी, जिसकी जांच भी चल रही है.
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सीआईडी में अब बस अनुसंधान, टैपिंग बंद
सीआईडी में अब अनुसंधान पर जोर दिया जा रहा है. सीआईडी एडीजी अनिल पाल्टा ने फोन टैपिंग की प्रकिया पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. सीआईडी एडीजी लंबित कांडों का त्वरित अनुसंधान टीम बनाकर करवा रहे हैं. सीआईडी में लंबित रहे 40 से अधिक कांडों की समीक्षा 12 अप्रैल के बाद हुई है. सीआईडी में अब अनुसंधान की बेहतर कार्यशैली विकसित किए जाने का काम हो रहा है.