रांचीःरांची के जगन्नाथपुर इलाके की पुलिस ने एक ऐसे ठग को पुलिस ने हटिया से गिरफ्तार किया है जो अपने आपको दूरदर्शन का बड़ा अधिकारी बताकर युवाओं को नौकरी देने के बहाने ठगी करता था.पुलिस ने आरोपी का नाम सचिन दास बताया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
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ये है पूरा मामलाः रांची पुलिस ने दूरदर्शन में न्यूज एडिटर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने के मामले में एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. ठग खुद को दूरदर्शन का प्रोग्रामिंग हेड बताकर बेरोजगारों को अपने झांसे में लेकर नौकरी दिलाने के नाम पर अब तक करीब 35 लाख रुपए की ठगी कर चुका था. आरोपी सचिन दास के पास से पुलिस ने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के अलावा कई अन्य कागजात भी बरामद किए हैं. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सचिन हटिया के ओबरिया रोड का रहने वाला है.
जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अरविंद सिंह ने बताया कि हटिया के ओबरिया रोड के रहने वाले संजीत कुमार की पुत्री की नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी ने उनसे 23 लाख से अधिक की ठगी की है. इस मामले में जगन्नाथपुर थाने में संजीत ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इधर, पुलिस यह पता कर रही है कि आरोपी के साथ और कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं.
जांच पर पता चला कि फर्जी है ज्वाइनिंग लेटरः संजीत कुमार ने पुलिस को बताया कि ओबरिया रोड स्थित उनके मकान के पड़ोस में गंगा प्रसाद नामक व्यक्ति के दामाद सचिन दास से उनकी मुलाकात हुई. उन्होंने सचिन को बताया कि उनकी पुत्री सुमाना रानी मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रही है. आरोपी ने नौकरी लगवाने का प्रस्ताव दिया. इस पर आरोपी ने उनसे कहा कि नौकरी के एवज में उन्हें 25 लाख रुपये देना होगा. इस पर आरोपी ने पीड़ित से जून 2021 में इन्टर्नशिप के नाम पर 37 हजार रुपये नगद लिया. इसके बाद जुलाई 2021 में तीन लाख, उसके बाद चार लाख, फिर एक लाख, फिर 15.20 लाख रुपये विभिन्न तिथियों में आरोपी ने उनसे लिया.
इसके बाद 25 अगस्त 2021 को आरोपी ने सुमाना के नाम पर दूरदर्शन नेशनल चैनल में सहायक समाचार संपादक पद का नियुक्ति पत्र दिया, जिसमें 25 सितंबर 2021 से ट्रेनिंग शुरू होने की बात भी लिखी हुई थी. साथ ही डीडी न्यूज का एक पहचान पत्र भी दिया. इसके बाद आरोपी ने न तो सुमाना को ट्रेनिंग करवाई और न ही ज्वाइन ही करवाया. पीड़ित ने जब कागजातों की जांच कराई तो सभी दस्तावेज फर्जी मिले. तब पैसा वापस करने का दबाव बनाया तो वह टाल-मटोल करने लगा. इसके बाद संजीत सीधे थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया.
घर में रखा था डिजिटल लॉकरःपुलिस को आरोपी के घर से डिजिटल लॉकर भी मिला है. पुलिस ने जब आरोपी के डिजिटल लॉकर की जांच की तो पता चला कि उसमें नकली नोट रखे हुए हैं. पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली कि आरोपी ने डिजिटल लॉकर लॉक होने की बात कहकर भी लोगों से ठगी की है. पुलिस के मुताबिक शातिर ठग ने दूरदर्शन में नौकरी लगाने के नाम पर हटिया इलाके के दो और लोगों से दस लाख रुपये की ठगी की है. आरोपी ने तुपुदाना के बसारगढ़ निवासी आकाश हेम्ब्रोम से पांच लाख, राजू साह से 5.20 लाख रुपये लिए हैं. इसकी जानकारी आरोपी से पूछताछ में हुई है.