रांचीः भाकपा माओवादी संगठन के 19 नक्सलियों के खिलाफ एनआईए ने लांजी हमले में चार्जशीट दायर की है. एनआईए की विशेष अदालत में हत्या, सरकारी कामकाज में बाधा, यूएपीए एक्ट, एक्सप्लोसिव सब्स्टांस एक्ट सहित अन्य धाराओं में चार्जशीट दायर की गई है.
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इन नक्सलियों पर चार्जशीट
जिन नक्सलियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है. इसमें पूर्व से गिरफ्तार रामराई हांसदा, नेलशन कंदिर, सोरतो महली, दीपक, मंगल मुंडा शामिल है. इसके साथ ही फरार एक करोड़ के ईनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल के साथ सात पुलिस के समक्ष अनौपचारिक आत्मसमर्पण कर चुका 15 लाख के ईनामी महाराज प्रमाणिक, अपटन मांझी, चंपा, भुवनेश्वर, अपटना मांझी की पत्नी मेरिना सिरका, रिला माला, सूरज सरदार, सुनीता, सरिता, गीता, मंगल मुंडा, सुली कुंदिर, सावन टूटी, अमित मुंडा के खिलाफ चार्जशीट की है.
शीर्ष माओवादियों ने रची थी साजिश
एनआईए की चार्जशीट से यह बात सामने आई है कि लांजी में पुलिस बलों पर हमले की साजिश पतिराम मांझी और महाराज प्रमाणिक जैसे शीर्ष माओवादियों ने रची थी. माओवादियों ने पुलिस बलों की गतिविधि पर नजर रखने के लिए ओवर ग्राउंड वर्क्स (ओडब्लूजी) की मदद ली थी. लांजी गांव का रहने वाला रामराई हांसदा पुलिस बलों के गतिविधियों की जानकारी शीर्ष माओवादियों तक पहुंचाता था. घटना के पहले माओवादियों के ओडब्लूजी के जरिए लगातार पुलिस बलों के गतिविधि की रेकी की. इसके बाद 4 मार्च की आइइडी ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया.
एनआईए ने टेकओवर किया था केस
टोकलो थाने में दर्ज मामले को एनआईए के रांची ब्रांच ने टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 02/2021 दर्ज किया था. 4 मार्च 2021 को चाईबासा जिले के लांजी में आइइडी विस्फोट में झारखंड जगुआर के तीन जवान शहीद हो गए थे. लांजी पहाड़ी में माओवादियों ने पुलिस जवानों पर अत्याधुनिक तरीके से हमला किया था, जिसमें झारखंड जगुआर के कांस्टेबल हरिद्वार साह, झारखंड जगुआर के कांस्टेबल किरण सुरीन और हेड कांस्टेबल देवेंद्र कुमार पंडित की मौत हो गई थी.