रांचीः प्रदेश में फ्रंटलाइन वर्कर्स के बीच कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर भले ही लॉकडाउन की मांग को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हो, लेकिन राज्य सरकार पूर्ण लॉकडाउन के बजाए अब तक दी गई छूट में कमी करने पर विचार कर रही है. हालांकि राज्य में उद्यमियों की सबसे बड़ी संस्था फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने मंगलवार को हफ्ते में केवल 4 दिनों तक अपनी दुकान और प्रतिष्ठान खोलने की अपील की है. चेंबर का दावा है कि शुक्रवार से रविवार तक प्रतिष्ठान बंद रहने की वजह से बाजार में लोगों का मूवमेंट कम होगा. इससे संक्रमण की चेन तोड़ने में कुछ मदद मिल सकती है. सीएम हेमंत सोरेन ने भी चेंबर के इस पहल का स्वागत किया है. साथ ही कहा कि आम लोगों को ही आगे आकर इनिशिएटिव लेना होगा. हालांकि इससे पहले उन्होंने इशारा किया था कि बुधवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में सरकार कुछ कड़े कदम उठा सकती है.
रियायतों में कटौती पर सरकार कर रही है विचार
मुख्यमंत्री सचिवालय के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब तक दी गई रियायतों में कटौती कर सकती है. दरअसल राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार अभी भी प्रदेश में मंदिरों के दरवाजे आम लोगों के लिए नहीं खोले गए हैं. वहीं दूसरी तरफ सिनेमा हॉल, शैक्षणिक संस्थान, मनोरंजन के अन्य साधन, जहां भीड़ इकट्ठी होने की उम्मीद है, उन पर प्रतिबंध जारी रखा है. सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार कड़ा कदम उठाकर वैसे मूवमेंट पर नकेल लगा सकती है, जो बिना किसी मकसद के किए जा रहे हो.