रांचीः रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद जहां कांग्रेस के अंदर असंतोष के स्वर तेज हुए हैं वहीं भाजपा काफी उत्साहित है. भारतीय जनता पार्टी की झारखंड इकाई ने तंज भरे स्वर में कहा है कि दरअसल, हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ जनभावना इतनी प्रबल हो गयी है कि चाहे मंत्रियों को चुनाव कार्य में लगा दें या प्रदेश प्रभारी को, इनकी जीत नहीं हो सकती.
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रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा समर्थित आजसू उम्मीदवार सुनीता चौधरी को लगभग हर राउंड में मिली बढ़त और रामगढ़ के चारों प्रखंडों में कांग्रेस को पछाड़ने से भाजपा काफी उत्साहित है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि वर्तमान सरकार के खिलाफ जनभावना इतनी प्रबल है कि 2024 इनकी हार और विदाई सुनिश्चित है.
प्रदीप सिन्हा ने कहा कि बड़े-बड़े दावे के साथ सपने में आई हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था बेपटरी है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. भ्र्ष्टाचार में पूरी सरकार आरोपों के घेरे में हैं. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि वर्तमान सरकार की नाकामी पर रामगढ में जनता ने वोट किया था. वहां मंत्री-प्रभारी दिन रात एक कर रहे थे, तब भी कांग्रेस प्रत्याशी की हार तय थी.
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश प्रसाद साहू ने बताया कि कहा कि भाजपा को 2019 में जनता ने सत्ता से उखाड़ फेंका है. उसका गम आज भी भाजपा के नेताओं को गाहे बगाहे सताता रहता है. जगदीश साहू ने कहा कि यह सही है कि चुनाव में इन मतदान के वक्त पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद को सरकार के विरोध में बयानबाजी नहीं करनी चाहिए थी.
इसके बावजूद उनके जैसे दर्जनों नेता यह मांग कर रहे हैं कि जल्द ही रामगढ़ चुनाव को लेकर पार्टी समीक्षा बैठक बुलाए. जिससे इस बात पर चिंतन मनन हो सके कि रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की हार की वजह क्या थी. कांग्रेस के चारों मंत्रियों रामेश्वरम उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख को क्रमशः एक एक प्रखंड दुलमी, चितरपुर, गोला, रामगढ़ की जिम्मेवारी दी गयी थी. इन सभी प्रखंडों में आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी बजरंग महतो को वोट में मात दी. अब इस पर भाजपा यह कहकर तंज कस रही है कि मंत्री क्या कांग्रेस प्रभारी भी रामगढ़ के प्रखंड को देखते तब भी हार सुनिश्चित थी. भाजपा का कहना है कि दरअसल यह सरकार राज्य की महिलाओं, युवाओं, बेरोजगारों, किसानों, आदिवासियों सभी के नजर से उतर चुकी है. ऐसे में मंत्री क्या कर सकते थे.
मंत्रियों ने अपनी भूमिका निभाई, कुप्रबंधन से हारे चुनाव, 2024 में फिर जीतेंगेःवहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश प्रसाद साहू ने कहा कि रामगढ़ की हार, मंत्रियों या रामगढ़ की जनता की वजह से नहीं हुई, बल्कि इलेक्शन मैनेजमेंट में थोड़ी चूक हो गयी. इसी वजह से कांग्रेस की हार हुई. उन्होंने कहा कि एक बार फिर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से एक समीक्षा बैठक बुलाने की मांग की है, ताकि रामगढ़ की हार के कारणों को जानकर उसे दूर किया जाए. जगदीश साहू ने माना कि अंबा प्रसाद और योगेंद्र साव के बयान का भी नकारात्मक असर रामगढ़ चुनाव पर पड़ा है.