रांची: पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के द्वारा दिल्ली में पीएम मोदी को हिटलर बताये जाने पर झारखंड की सियासत गर्म हो गई है. प्रधानमंत्री पर व्यक्तिगत टिप्पणी किये जाने के बाद झारखंड भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि हल्की और असंसदीय भाषा का प्रयोग करना कांग्रेस पार्टी की फितरत में शामिल है. कांग्रेस की संस्कृति और परंपरा, संस्कार यही है. इस प्रकार के बयान से कांग्रेस पार्टी का चाल ,चरित्र और चेहरा फिर एकबार पूरी तरह उजागर हुआ है.
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दीपक प्रकाश ने कहा कि विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता और भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री के विषय में जब जब हल्की, असंसदीय भाषा का प्रयोग किया जाता है, प्रधानमंत्री जी की लोकप्रियता उतनी ही बढ़ती जाती है. उन्होंने कहा कि प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ऐसे असंसदीय बयान की भर्त्सना करती है और भगवान से प्रार्थना करती है कि ईश्वर कांग्रेस पार्टी के नेताओं को सद्बुद्धि दे.
झारखंड बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश रस्सी जल गई लेकिन ऐंठन नहीं गया-संजय सेठ: पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी पर सांसद संजय सेठ ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे कांग्रेस का दिवालियापन कहा है. सांसद ने कहा कि लोकतंत्र में आप किसी योजना का विरोध करिए, व्यक्ति का विरोध करिए, सरकार का विरोध करिए, लोकतंत्र में यह अधिकार है आपको. परंतु योजना का विरोध करते करते, विरोध के नाम पर देश को जलाने का काम तो मत करिए. जनता को उकसाने का काम तो मत करिए. सत्ता से बाहर रहने का मतलब यह तो नहीं कि आप देश ही जलाने लगिए. प्रधानमंत्री की मौत की कामना करना ओछी बात करने जैसा है.
सांसद ने कहा कि यही कांग्रेस का चरित्र है. सत्ता खो चुकी कांग्रेस और मानसिक संतुलन भी खो चुकी है, इसलिए इसके नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. सुबोध कांत सहाय के प्रधानमंत्री पर दिए गए बयान उनके मानसिक दिवालियापन की निशानी है. सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस देश की जनता ने चुना है. वो कोई कांग्रेसी राजमाता के आशीर्वाद से पीएम नहीं बने हैं. इस देश की करोड़ों जनता की शुभकामनाएं और आशीर्वाद प्रधानमंत्री जी के साथ है. यह कांग्रेसी सिर्फ और सिर्फ सत्ता में रहकर देश को बेचने का काम करेंगे और सत्ता से बाहर रहेंगे तो देश को जलाने का काम करेंगे. यही इन कांग्रेसियों का चरित्र रहा है. सांसद ने कहा कि रस्सी जल गई लेकिन ऐंठन नहीं गया. याद रखिएगा, सुबोधकांत सहाय जी, भारत की जनता सब कुछ याद रखती है.