रांचीः शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन झारखंड विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक के द्वारा जमकर नारेबाजी की गई. हाथों में तख्ती लिए भारतीय जनता पार्टी के विधायक सरकार से कांग्रेस सांसद धीरज साहू के घर से आईटी रेड के दौरान बरामद हुए कैश पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठा रहे थे. धीरज साहू के अलावे विपक्ष सरकार से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा ईडी नोटिस की लगातार अवहेलना किए जाने पर जवाब मांगा जा रहा.
मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि धीरज साहू के यहां से बरामद राशि आखिर किसकी है, इसे स्पष्ट करना चाहिए. यह हेमंत सोरेन की है या कांग्रेस की है या भ्रष्टाचार के पैसे हैं, इस पर सरकार को सदन में बात रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आखिर ईडी के समक्ष क्यों नहीं जाना चाहते हैं, इस पर भी सदन में सरकार को जवाब देना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि इन तमाम बिंदुओं पर सरकार चुप है, जिसके खिलाफ सदन में विपक्ष जवाब मांगेगा.
इन सबके बीच मंत्री चंपई सोरेन ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा है कि आयकर विभाग भारत सरकार की एक संवैधानिक संस्था है, जिसके उपर में जांच की जिम्मेदारी है वह जांच कर रही है, इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि विपक्ष बेबुनियाद सवाल उठा रहा है, जिसका राज्य सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. इधर निर्दलीय विधायक सरयू राय ने भी धीरज साहू के घर और दफ्तर से बरामद पैसे पर आयकर विभाग को स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह कार्य क्षेत्र भारत सरकार के अधीन आता है यह सवाल लोकसभा में उठाना चाहिए ना कि झारखंड विधानसभा में.