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25 वर्ष बाद बांग्ला पौष मेला का आयोजन, रांची के आर्यभट्ट सभागार परिसर में दिखेगी बांग्ला कला-संस्कृति की झलक

Bangla Paush Mela in Ranchi. रांची में बांग्ला पौष मेला का आयोजन 25 वर्ष बाद किया जा रहा है. रविवार से शुरू होने वाले इस मेले में बांग्ला कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में इसका आयोजन किया जा रहा है.

Bangla Paush Mela will be organized in Ranchi after 25 years
रांची में बांग्ला पौष मेला का आयोजन

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 24, 2023, 7:46 AM IST

रांची में बांग्ला पौष मेला का आयोजन, जानकारी देते सुप्रियो भट्टाचार्य

रांची: बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रविवार 24 दिसंबर 2023 को रांची के आर्यभट्ट सभागार परिसर में बांग्ला पौष मेला का आयोजन किया जा रहा है. राजधानी में 25 वर्ष बाद फिर एक बार लगने वाले बांग्ला पौष मेला में बांग्ला रीति रिवाज, कला संस्कृति, व्यंजन की झलक देखने को मिलेगी.

रांची के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित किये जा रहे बांग्ला पौष मेला में मनोज मित्रा रचित हास्य नाटिका मंचन भी होगा. इसके साथ साथ विचार गोष्टी, बांग्ला संस्कृति को खुद में समेटे फैशन शो, परिधि की बैंड शो, तनुश्री डे का झूमर गीत और मैजिक शो भी होगा. रविवार 11 बजे पूर्वाह्न से शुरू होने वाले इस मेले में आने का निमंत्रण देते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि प्रवेश शुल्क निःशुल्क है. चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से कैंसर पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए जरूर स्वेच्छा से राशि स्वीकार की जाएगी.

रविवार को होने वाले इस आयोजन की जानकारी देने के लिए शनिवार को बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया. बंगाली युवा मंच के संरक्षक और झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट समाज सेवा के लिए समर्पित एक संस्था है. कोरोना के समय में संस्था ने मानवता की अभूतपूर्व सेवा की. इसी वर्ष मई महीने में मंच की ओर से बांग्ला सांस्कृतिक महोत्सव का भी भव्य आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि बांग्ला पौष मेला में 20 स्टॉल होंगे, इसके अलावा फ़ूड कोर्ट और गैलरी भी होगी. अलग-अलग स्टॉल पर बंगाली पकवान, पीठा, पायस, खीर पुली समेत अन्य पकवान और परिधान उपलब्ध होंगे.

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंडी परंपरा में संथाल के दुमका, साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, धनबाद, हजारीबाग, रामगढ़, रांची, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम तक के विस्तृत भूभाग में बांग्ला भाषा, बांग्ला साहित्य, बांग्ला संस्कृति, बंगाली खानपान बल्कि हमारी पंजिका (कैलेंडर) एक है. शनिवार के संवाददाता सम्मेलन में बंगाली युवा मंच के अध्यक्ष सिद्धार्थ बोस, सचिव अमित दास, उपाध्यक्ष अभिजीत भट्टाचार्य, अनूप चक्रवर्ती और सह सचिव सुब्रतो घोष भी उपस्थित रहे.

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