रांची:आदिवासी जन परिषद समेत कई आदिवासी संगठनों ने बड़ा घाघरा कुसई में साहिबगंज में महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की हत्या के विरोध में सीबीआई जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका. आदिवासी जन परिषद के अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा ने हेमंत सरकार पर अपनी नाराजगी जताई.
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प्रेम शाही मुंडा ने अपना आक्रोश जताते हुए कहा कि जिस राज्य के मुख्यमंत्री आदिवासी हों और हमारी मां, बहनों की सुरक्षा ना हो सके, उस सरकार का आदिवासी जन परिषद और आदिवासी समाज विरोध करता है. ये सरकार तनाशाह हो गई है. ये सरकार माफिया तत्वों, चाटुकारों के इशारे पर काम कर रही है. आदिवासी मूलवासी की नीति सिद्धांतों के मुद्दे को ये सरकार ठंडे बस्ते में डाल रही है.
उन्होंने आगे कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने जिस उद्देश्य से झारखंड का निर्माण किया था, उनके बेटे हेमंत सोरेन ने आदिवासी मूलवासी आवाज के मुद्दे को मिट्टी में मिला दिया और आधारहीन राजनीति शुरू कर दी है. सरकार की सहयोगी राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस, आरजेडी, सीपीआईएमएल, सीपीएम, सीपीआई रूपा तिर्की के मुद्दे पर आवाज बुलंद नहीं करती है, तो इनका भी पुतला दहन किया जाएगा. बहुत जल्द राज्य में आदिवासी मूलवासी संगठन को जोड़कर आंदोलन को तेज किया जाएगा.
आदिवासी जन परिषद हेमंत सरकार से मांग करती है कि रूपा तिर्की के प्रकरण की सीबीआई जांच की अनुशंसा की जाए और जब तक रूपा तिर्की को न्याय नहीं मिल जाता है, तब तक हमारा जनआंदोलन जारी रहेगा. राज्य के ग्राम प्रधान, मुखिया, आदिवासी समाज के अग्रणी सामाजिक व्यवस्था से निवेदन करते हैं कि इस मुद्दे को लेकर आगे आएं. इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान शंकर सुरेश उरांव, आदिवासी जन परिषद महिला मोर्चा की केंद्रीय सदस्य सेलिना लाकड़ा, विनोद कश्यप, अर्जुन और अर्जुन उरांव, प्रकाश कच्छप, जत्रु कच्छप, कुलदीप हुजूर,रीना देवी कृष्णा, रोहित गोसाई, बसंत मिंज, पंचम कुजूर, रोशन शांति कच्छप बहादुर मुंडा, रीता देवी, रीता कश्यप आदि शामिल हुए.