रामगढ़ः 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ रामगढ़ में आज दूसरे दिन भी विरोध का दौर जारी है. सुबह से ही ग्रामीण और छात्रों ने सड़क पर निकलकर एनएच 33 पर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दिया है. जिसके कारण आज दूसरे दिन भी लंबी दूरी की बसें, मालवाहक वाहन, यात्री वाहन कम चल रहे हैं. चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में लोगों का हाल बेहाल कर रखा है. बंदी के दूसरे दिन नेशनल पर आवागमन पूरी तरह बाधित है. कोठार फ्लाईओवर के नीचे कोठार फ्लाईओवर मोड़, टायर मोड़ सहित जिले के कई जगहों पर ग्रामीण और छात्र नियोजन नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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नेशनल हाइवे 33 और नेशनल हाइवे 23 पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है, दोनों ओर 6 किलोमीटर से अधिक लंबा जाम लग गया है. जिला प्रशासन की ओर से अभी जाम स्थल पर कोई भी मजिस्ट्रेट या पदाधिकारी नहीं पहुंचा है. पुलिस सुबह से ही जाम कर रहे लोगों को समझाने बुझाने का काम कर रही है, लेकिन बंद समर्थक पुलिस की एक नहीं सुन रहे हैं. सुबह से ही सूर्य देव का कहर जारी है. भीषण गर्मी ने लोगों का जीवन बेहाल कर रखा है, जाम के कारण गाड़ियों में बैठे लोगों की हालत खराब हो रही है. बावजूद इसके बंद समर्थक जाम को खत्म करने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं.
शहरी क्षेत्र में जाम का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है, हालांकि शहर से बाहर निकलने वाले रास्ते में जाम के कारण लंबी दूरी की बसें फंसी हुई हैं. जिससे यात्रियों को काफी कठिनाई हो रही है. 2 दिनों से लोग परेशान हैं, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से ठोस पहल नहीं की जा रही है. जिसके कारण दूर से आने वाले यात्रियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बंद समर्थकों का कहना है कि 90-10 की नीति लागू की जाए, अन्यथा यह तो आंदोलन का पहला चरण है, आने वाले समय में और भी बड़े पैमाने पर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी और आंदोलन को बड़ा स्वरूप दिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर चिलचिलाती धूप और जाम में फंसे लोग परेशान हैं. उन लोगों का कहना है कि उनकी क्या गलती है, उन्होंने तो बस का पूरा टिकट भी दिया है, कोई शादी में जा रहा है तो कोई निजी कार्यों में सभी परेशान हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.