रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका मंदिर यानी रजरप्पा मंदिर (Rajrappa temple) की भव्यता को आप देखते ही रह जाएंगे. मां के मंदिर को आकर्षक रूप देने के लिए प. बंगाल के कलाकार दिन-रात एक किए हुए हैं. कोलकाता से आए 20 कारीगरों की टोली फल और फूल से मंदिर को ऐसा लुक देने की कोशिश कर रहे हैं कि अदुभुत मंदिर में मां का अनोखा रूप मन में बस जाए. नवरात्रि पूजा के दौरान मां के मंदिर की अद्भुत छटा न निहार पाए तो कसक मन में बनी रहेगी.
फल-फूल से सज रहा मंदिर
नवरात्रि में सिद्धपीठों में मां की पूजा के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है. विश्व का प्रसिद्ध रजरप्पा मंदिर भी इन दिनों भक्तों के जयकारे से गूंज रहा है. अरसे बाद श्रद्धालु मां के सामने अपने मन को खोल देने के लिए आतुर हैं. वे मां के सामने हर पीड़ा को रख देने के लिए उमड़े आ रहे हैं और इसे दूर करने की याचना कर रहे हैं. मंदिर में मां की पूजा के बीच प. बंगाल से आए कारीगर मंदिर को अनोखा लुक देने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं. कोलकाता से आए 20 कारीगरों की टोली दिन रात मंदिर को फल-फूल से सजाने में जुटी है.
दर्शन से हर मनोकामना होती है पूरी
रजरप्पा मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. देश-दुनिया में बसे हिंदू समुदाय के लोगों की आस्था इससे जुड़ी है. मान्यता है कि यहां पूजा-अर्चना करने पर मां छिन्नमस्तिका भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं. इसलिए देश-विदेश से श्रद्धालु अपने कष्टों को दूर कराने के लिए मां की पूजा-अर्चना करने आते हैं. रजरप्पा मंदिर तंत्र साधना के लिए भी मशहूर है.दामोदर और भैरवी तट पर स्थित मंदिर में कार्तिक अमावस्या पर पूजा से सभी बाधाएं दूर होने की भी किंवदंती है. इससे इस दिन भक्तों का सैलाब उमड़ता है.