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रामगढ़: संडे ड्यूटी कटौती के विरोध में सीसीएल कर्मियों ने किया हड़ताल, करोड़ों का नुकसान

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Published : Jul 6, 2020, 4:06 AM IST

कोल इंडिया में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सीसीएल के कर्मियों में काफी आक्रोश है. कंपनी में संडे ड्यूटी कटौती को लेकर भी विरोध जारी है. इसे लेकर संयुक्त मोर्चा ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. संडे रेस्ट बंद करने के विरोध में सीसीएल बरका सयाल प्रक्षेत्र के सीसीएल कर्मी भी संडे कटौती को लेकर संयुक्त मोर्चा के तत्वधान में सामूहिक अवकाश आंदोलन पर हैं, जिससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान हुआ है.

United Front protests against Sunday duty cuts in CCL in ramgarh
संयुक्त मोर्चा का विरोध प्रदर्शन

रामगढ़: कोल इंडिया में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल के बाद रामगढ़ जिले के सीसीएल क्षेत्रों में संडे ड्यूटी में कटौती को लेकर विरोध जारी है. इसे लेकर संयुक्त मोर्चा ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. सीसीएल बरका सयाल प्रक्षेत्र के भुरकुंडा, सौंदा डी, सेंट्रल सौंदा, उरीमारी, बिरसा सयाल आदि परियोजनाओ में लगभग सभी कर्मी सामूहिक अवकाश पर रहे.

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संडे रेस्ट बंद करने के विरोध में सीसीएल बरका सयाल प्रक्षेत्र के सीसीएल कर्मी भी संडे कटौती को लेकर संयुक्त मोर्चा के तत्वधान में सामूहिक अवकाश आंदोलन पर हैं, जिससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान हुआ है. जानकारी के अनुसार सीसीएल बरका सयाल प्रक्षेत्र में छह हजार से ज्यादा कर्मी सामूहिक अवकाश पर हैं, जिससे कोलियरियों में कोयला उत्पादन ठप है. सभी भूमिगत खदानों के साथ-साथ खुले खदानों में भी कोयला उत्पादन का काम रुका हुआ है. कोयला संप्रेषण भी प्रभावित है. कोलियरियों की सड़कों पर सन्नाटा सा पसरा हुआ है, खदानों में सैकड़ों वाहन खड़े हैं.


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कोयला श्रमिकों का कहना है कि सरकार और सीसीएल प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी, सामूहिक अवकाश के बाद उग्र आंदोलन भी करना पड़े तो किया जाएगा. सामूहिक अवकाश आंदोलन में विभिन्न ट्रेड यूनियन भी उतरी गई है. यूनियन ने सामूहिक अवकाश आंदोलन पर कोयलांचल की विभिन्न खदानों के पास मीटिंग भी की थी. यूनियन के लोगों ने मजदूरों के साथ आवाज बुलंद करते हुए कहा कि सरकार और सीसीएल प्रबंधन मजदूरों के हक-अधिकारों का एक-एक कर हनन करना चाहती है, इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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