रामगढ़: जिले के भुरकुंडा थाना क्षेत्र में अवैध कोयला डिपो का संचालन थाने से महज एक किलोमीटर दूरी पर बड़े आराम हो रहा है. यहां के लोगों का आरोप है कि सरकारी तंत्र की मिली भगत से ऐसा किया जा रहा था और भुरकुंडा पुलिस मूकदर्शक बनी हुई रहती है. भुरकुंडा ओपी क्षेत्र का सबसे पॉश इलाके जेएम कॉलेज मोड़ और सयाल मोड़ पर शाम ढलते ही अवैध कोयला कारोबार का बाजार सज जाता है और बाइक के साथ साइकल तौलने की मशीन लगा दी जाती हैं.
इस खबर की जानकारी के बाद जब ईटीवी भारत के रिपोर्टर मौक पर पहुंचे तो पहले वहां अवैध कोयला कारोबारियों ने वीडियो बनाने से मना किया, साथ ही साथ जान से मारने की धमकी भी दी. उन्होंने बताया कि यह पाठक जी का यह डिपो है. कोयला माफिया इतने बेखौफ थे की सैकड़ों की संख्या में बाइक और साइकिल से अवैध कोयला का कारोबार हो रहा था.
अवैध कोयला कारोबार की जानकारी जब इस रेंज के बोकारो आईजी को फोन पर दी गई तब उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए रामगढ़ पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के लिए कहा और पुलिस अधीक्षक ने भुरकुंडा थाना प्रभारी को छापेमारी के लिए कहा, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि भुरकुंडा थाना की पुलिस आने से पांच मिनट पहले जहां सैकड़ों की संख्या में अवैध कोयला बाइक और साइकिल से कोयला गिराया जा रहा है पूरा डिपो लाइट से जगमगा रहा था वहां पुलिस के पहुंचते ही सन्नाटा छा गया, पूरे डिपो में जल रही लाइट बुझ गई और ताला लग गया.
जानकारी के अनुसार पिछले 20 दिनों से डिपो में अवैध कोयला गिराया जा रहा था और इकट्ठा अवैध कोयला को रात के अंधेरे में ट्रकों में लाद मंडियों में भेज दिया जाता है. इस मामले पर जब भुरकुंडा थाना प्रभारी से सवाल किया तो वे पहले तो चुप रहे फिर कहा कि कागजात की जांच होगी, जब पूछा गया कि थाना क्षेत्र से एक किलोमीटर की दूरी पर कई दिनों से अवैध कोयला कारोबार चल रहा है तो उनका केवल रटा रटाया जबाब था जांच की जाएगी.