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रामगढ़ ट्रेलर हादसाः ड्राइवर, एनएचएआई अधिकारी समेत निर्माण कंपनी के चार बड़े अधिकारियों पर एफआईआर - construction company officials

रामगढ़ ट्रेलर हादसे में एफआईआर दर्ज किया गया है. जिसमें ड्राइवर, एनएचएआई अधिकारी समेत निर्माण कंपनी के चार बड़े अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज किया गया है.

FIR registered in Ramgarh accident case against four big officials including NHAI officer
रामगढ़ ट्रेलर हादसा

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Published : Feb 17, 2022, 10:56 PM IST

रामगढ़ः रामगढ़ ट्रेलर हादसे में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है. रामगढ़ थाना क्षेत्र के पटेल चौक में हुई भीषण दुर्घटना मामले में ड्राइवर, एनएचएआई अधिकारी समेत निर्माण कंपनी के चार बड़े अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गयी है. जिसमें ट्रेलर चालक सहित एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, इंडिपेंडेंट इंजीनियर सहित मेंटेनेंस कंपनी, अंडरपास और फ्लाईओवर का निर्माण कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनी पर रामगढ़ पुलिस ने एफआईआर किया है. इन लोगों को दुर्घटना का दोषी मानते हुए प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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इस पूरे मामले में रामगढ़ पुलिस ने लापरवाही का मामला मानते हुए रामगढ़ थाना में गश्ती में तैनात सब इंस्पेक्टर अभय कृष्ण गिरी ने ये प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने लिखित आवेदन में ट्रेलर के चालक, प्रोजेक्ट डायरेक्टर NHAI, PIU, रांची हजारीबाग रोड, इनडिपेन्डेन्ट इंजीनियर, रांची हजारीबाग रोड प्रोजेक्ट डायरेक्टर ऑफ IL & FS कंपनी के दिलीप भाटिया, गौतम टंडासी, रजनीश सक्सेना, प्रोजेक्ट मैनेजर O&M एल्सामेक्स मेन्टेन्स सर्विसेस लिमिटेड केकेआर खान, अमित प्रकाश और पटेल चौक के पास फ्लाई ओवर निर्माण कार्य में लगी कंपनी आनंद कंस्ट्रक्शन मालिक राजेश अग्रवाल को हादसे का जिम्मेदार ठहराते धारा 279/304(A)/337/338/427/120(B) भादवि के तहत रामगढ़ थाना में मामला दर्ज कराया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद एनएचआई के पदाधिकारियों, मेंटेनेंस के पदाधिकारियों और कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक में खलबली मची हुई है.

देखें पूरी खबर

रामगढ़ थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ था. एक ट्रेलर अनियंत्रित होते हुए 6 गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया. इस पूरी घटना में 4 लोगों की दर्दनाक मौत मौके पर ही हो गयी थी. एनएच-33 पूरी तरह लगभग 3 घंटे तक जाम रहा. पुलिस को ट्रेलर और सड़क खाली करवाने में लगभग 7 घंटे का समय लग गया था. अब देखने वाली बात होगी कि मामला दर्ज होने के बाद क्या एनएचएआई के पदाधिकारी हादसे को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाते हैं या नहीं. इसके साथ ही अंडरपास और फ्लाई ओवर सड़क का निर्माण कर रही कंपनी द्वारा निर्माण के दौरान गुणवत्ता और सेफ्टी मेजर्स का ख्याल कितना रखती है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा.

देखिए हादसे का सीसीटीवी फुटेज

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