रामगढ़: रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में पिछले दो माह से ताला लगा हुआ है. आम श्रद्धालुओं को भगवती के दर्शन पर रोक है. लेकिन शुक्रवार को आषाढ़ शुक्ल पक्ष के नवरात्र के शुभ अवसर पर कोरोना महामारी पर आस्था भारी पड़ती नजर आई. जिसके कारण यहां प्रशासन और मंदिर न्यास समिति की सख्ती के बावजूद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. श्रद्धालु मंदिर बंद होने के बावजूद बाहर गेट पर ही पूजा कर मां छिन्नमस्तिका का आशीर्वाद लेते दिखाई दिये. यहां कोरोना गाइडलाइंस के सारे नियम तोड़े गए.
कोरोना गाइडलाइंस की हुई ऐसी की तैसी, रजरप्पा मंदिर में पाबंदी भूल पूजा करने पहुंचे भक्त
देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में जिला प्रशासन और मंदिर न्यास समिति की सारी बंदिशें आज टूट गईं. मंदिर बंद होने के बावजूद श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंचे और बाहर गेट से ही पूजा कर आशीर्वाद लिया. यहां श्रद्धालुओं ने कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई.
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
दरअसल, झारखंड में वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर पाबंदी लागू है. महामारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत सभी धार्मिक स्थल में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है. इसके बावजूद शुभ मुहूर्त होने के कारण बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. श्रद्धालु बस किसी प्रकार मंदिर के गेट के बाहर से ही पूजा कर मत्था टेककर आशीर्वाद ले रहे थे. हालांकि पुलिस बल के जवान और मंदिर न्यास समिति के लोग श्रद्धालुओं से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने को लेकर बार-बार माइक से आवाज लगा रहे थे लेकिन श्रद्धालु सिर्फ आस्था की धुन पर सवार दिखे.
कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां
वहीं, मुंडन संस्कार का शुभ मुहूर्त होने के कारण बलि भी चढ़ाया गया. यहां भी मंदिर के अहाता में स्थित बलि स्थान बंद होने के कारण लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दिखे. नदी और जंगल के किनारे बलि देते दिखे. मंदिर न्यास समिति के लोग भी श्रद्धालुओं से इसपर विनती करते देखे गए.