जानकारी देते संवाददाता राजेश कुमार रामगढ़: जिले में जमीन विवाद में जमकर गोलियां चली हैं. इस खूनी संघर्ष में एक की मौत हो गई. वहीं कई लोग घायल हुए हैं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. हालांकि इस मामले में पुलिस या अधिकारी कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं. घटना रामगढ़ जिले के कुजू थाना क्षेत्र के रांची-पटना मुख्य मार्ग एनएच 33 के पास घटी है.
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जानकारी के अनुसार, रामगढ़ और रांची से कुछ लोग कुजू थाना क्षेत्र के रांची पटना मुख्य मार्ग एनएच 33 के पास टाटा मोटर्स के विपरीत हाथमरा पोचरा में जमीन पर कब्जे के उद्देश्य से उसे घेरने जेसीबी और हथियार लेकर पहुंचे थे. इसी बीच स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. जिससे विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते दोनों गुटों में जमकर हाथापाई होने लगी. कुछ ही देर में लाठी डंडों के साथ गोली भी चलने लगी. जमीन पर मौजूद लोग एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए.
बात इतनी ही तक नहीं थमी. इतना होने के बाद पिस्तौल से फायरिंग शुरू हो गई. फायरिंग में स्थानीय जानकी यादव की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. जबकि गोली से गंभीर रूप से घायल पवन यादव को रामगढ़ के निजी अस्पताल ले जाया गया. फायरिंग की आवाज सुन ग्रामीणों का हुजूम घटनास्थल की ओर पहुंचा. ग्रामीणों ने तीन लोगों को धर दबोचा और उनकी जमकर पिटाई भी कर दी.
चार आरोपी हिरासत में:घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद कुजू पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. कुजू पुलिस ने आधे घंटे के अंदर गोली चलाने वाले गुट की ओर से छावनी परिषद की नामित सदस्य सहित चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया. वहीं एक आरोपी को स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई. उसे बचाने के लिए पुलिस को खासा मशक्कत करना पड़ा. घटनास्थल से पुलिस ने एक पिस्टल, रॉड, विकेट, हॉकी स्टिक, दो चार पहिया गाड़ी और एक जेसीबी को जब्त किया है.
जानकारी देने से एसडीपीओ बचते नजर आए: कैंटोनमेंट बोर्ड की नामित सदस्य कीर्ति गौरव से फोन पर ईटीवी भारत के संवाददाता ने पूछा तो उन्होंने कहा कि वे जमीन देखने गई थीं. वहीं घटना के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने फोन काट दिया. वहीं इस पूरे मामले में रामगढ़ एसडीपीओ भी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बताते हैं, लेकिन कैमरे के सामने उन्होंने कुछ भी नहीं कहा और ना ही इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी दी. घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है.