रामगढ़: आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह ने रविवार को पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग कर 3 लोगों की हत्या कर दी. गोली लगने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. वारदात के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रामगढ़-पतरातू मुख्य मार्ग और बरकाकाना स्टेशन के पास रोड को पूरी तरह जाम कर दिया. यही नहीं लोगों ने रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिया.
बताया जा रहा कि जिले के बरकाकाना ओपी क्षेत्र के गांधी मैदान स्थित आरपीएफ रेलवे कालोनी में एक आरपीएफ जवान ने एक रेलकर्मी के परिवार के पांच सदस्यों को गोलियों से भून दिया गया. जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई और 2 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इस वारदात में रेलकर्मी अशोक राम और उनकी पत्नी लीलावती देवी की मौत हो गई है. दो लोगों को बेहतर उपचार के लिए चिकित्सकों ने रांची रेफर कर दिया है. वहीं, रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने अस्पताल में घायलों से उनका हाल जाना परिजनों से पूछताछ की.
रेल कर्मियों के सामान को ट्रक पर फेंका
इधर लोग अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण काफी आक्रोशित हैं. लोगों ने बरकाकाना रेलवे स्टेशन पहुंच कर रेलवे ट्रैक को पूरी तरह जाम कर दिया. इस दौरान आरपीएफ और जीआरपी के पदाधिकारियों ने उन्हें काफी रोकने की कोशिश की. उसके बावजूद गुस्साए ग्रमीण बरकाकाना स्टेशन में घुसकर रेल कर्मियों और सेना के जवानों के बक्सों को पटरी पर फेंक दिया. मृतक के परिजन ट्रेन के आगे खड़ा होकर ट्रेन को रोके रखा.
रेलवे प्रशासन को 15 करोड़ का नुकसान
इस दौरान बरकाकाना रेलवे जंक्शन से ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया. बताया जा रहा है कि परिचालन बंद होने से रेल प्रबंधन को 15 करोड़ से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा. बरकाकाना स्टेशन में तीन मालगाड़ी माल लोड कर जाने को तैयार थी, लेकिन ट्रैक जाम होने के कारण वह रवाना नहीं हो सकी. जाम के कारण टाटा-जम्मू-तवी एक्सप्रेस, कोडरमा-बरकाकाना, गोमो-बरवाडीह सहित कई ट्रेन खड़ी है. जिसके कारण यात्रियों को खाने-पीने की चीजें उपलब्ध नहीं हो पा रही है. एक ओर यात्रियों खाने-पीने को लेकर परेशानी हो रही है, वहीं, दूसरी ओर भारी बारिश के बावजूद लोगों का आक्रोश शांत होने का नाम नहीं ले रहा है.
परिजनों ने यह रखी मांग
वहीं, धनबाद रेलवे एसपी दीपक कुमार सिन्हा के साथ-साथ डीआरएम बरकाकाना ने भी लोगों को काफी समझाया बुझाया. रेलवे प्रावधानों के अनुसार सभी लाभ तत्काल देने की बात कही गई. बावजूद लोग समझने को तैयार नहीं हैं. परिजनों की मांग है कि 1 करोड़ नकद, 1 सदस्य को तत्काल नौकरी दी जाए. जबकि रेल प्रबंधन द्वारा नियमानुसार हर संभव मदद और सुविधाएं देने की बात कही गई है. स्टेशन मास्टर ने कहा कि ट्रैक जाम होने के कारण सभी गाड़ियां जहां की तहां खड़ी हैं. यात्रियों के साथ-साथ रेलवे को भी करोड़ों का नुकसान हो रहा हैय