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रामगढ़ में जिला प्रशासन की चेतावनी के बाद छात्रों को मिली राहत, स्कूल बसों में क्षमता के अनुसार बैठाए जा रहे बच्चे - रामगढ़ की खबर

रामगढ़ के स्कूल बसों में तय संख्या से अधिक बच्चों को ले जाया जाता था. जिसकी खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की. स्कूल बस संचालकों को चेतावनी दी गई कि आगे अगर वो ऐसा करते पाए गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

district administration in ramgarh
रामगढ़ के स्कूल

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Published : Apr 18, 2022, 11:43 AM IST

Updated : Apr 18, 2022, 12:30 PM IST

रामगढ़: ईटीवी भारत ने 8 अपैल को स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को जानवरों की तरह ठूस ठूस कर स्कूल ले जाने और स्कूल से वापस घर छोड़ने की खबर दिखाई थी. खबर दिखाए जाने के बाद उपायुक्त माधवी मिश्रा के निर्देश के बाद रामगढ़ जिला परिवहन कार्यालय की ओर से औचक निरीक्षण किया गया. जिसमें बसों में क्षमता से अधिक बच्चे बैठे पाए गए. जिसके बाद उन पर कार्रवाई भी की गई है.

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खबर दिखाए जाने के बाद जिला परिवहन विभाग द्वारा जिले के एक दर्जन से अधिक निजी स्कूली बसों की जांच की गई. मोटरयान निरीक्षक और जिला परिवहन पदाधिकारी के साथ-साथ सड़क सुरक्षा समिति के लोग जांच टीम में शामिल थे. इन लोगों ने रामप्रसाद चंद्रभान स्कूल, गुरु नानक पब्लिक स्कूल, अग्रसेन डीएवी स्कूल, राधा गोविंद पब्लिक स्कूल, संत एन्स पब्लिक स्कूल, डीएवी तोपा के स्कूल सहित कई स्कूल बसों की जांच सड़कों पर अचानक रोक कर करने लगे.

देखें पूरी खबर
जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बच्चे बैठे थे और मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों का उल्लंघन बस संचालक द्वारा किया जा रहा था. जिसके बाद स्कूल बस संचालक और स्कूल प्रबंधन को जिला परिवहन कार्यालय की ओर से नोटिस दे कर चेतावनी दी गई कि भविष्य में क्षमता से अधिक बच्चे बसों में पाए जाएंगे तो स्कूल के साथ-साथ बस संचालकों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.मोटरयान निरीक्षक संतोष सोरेन ने बताया कि खबर चलने के बाद मामले की जानकारी हुई और पूरी कार्रवाई हुई है. खबर के बाद जब बसों में जांच की गई तब क्षमता से अधिक बच्चे पाए गए हैं, लेकिन वर्तमान में चेतावनी के बाद अब स्कूल बसों में क्षमता के अनुरूप बच्चे बैठाए जा रहे हैं. इसके कारण अब ना बच्चों को परेशानी होगी और ना ही अभिभावकों को. उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्रवाई आने वाले दिनों में भी लगातार चलती रहेगी. ताकि मोटर व्हीकल एक्ट के मानकों का पूरी तरह अनुपालन स्कूल बस संचालक करें. मानक के अनुसार स्कूली वाहनों का परिचालन नहीं करने वाले संचालकों और स्कूल प्रबंधन के ऊपर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.

खबर का असर होने के बाद अभिभावक भी काफी खुश नजर आए, उन्होंने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया और कहा कि हमलोग कोरोना से पहले और वर्तमान में भी कई बार स्कूल प्रबंधन और बस संचालक को इसकी शिकायत की थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन और स्कूल संचालक द्वारा हम लोगों की बात को अनदेखी की जा रही थी, लेकिन जैसे ही खबर चली वैसे ही सुधार हो गया. अब बच्चे क्षमता के अनुरूप ही बैठकर जा रहे हैं कोई भी बच्चे बोनट पर नहीं बैठ रहे हैं.

Last Updated : Apr 18, 2022, 12:30 PM IST

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