रामगढ़: झारखंड विद्युत ऊर्जा निगम लिमिटेड की बिजली दरों में 38 % की बढ़ोतरी के कारण स्टील आधारित प्लांट को हो रहे भारी नुकसान के बाद जिले में आधा दर्जन फैक्ट्रियां गुरुवार से बंद हो गई हैं. जिसके कारण सैकड़ों की संख्या में मजदूर बेरोजगार हो गए. साथ ही साथ राज्य सरकार को भी करोड़ों के राजस्व का नुकसान होगा.
पहले ही कही थी बंद करने की बात
बता दें कि पिछले दिनों फैक्ट्री मालिकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि यदि राज्य सरकार जल्द ही कोई कदम नहीं उठाती है तो वे जेवीयूएनएल से चल रहे सभी प्लांटों को एक अगस्त से बंद कर देंगे. क्योंकि अप्रैल माह से ही बिजली की दरों में 38% की बढ़ोतरी हुई थी.
परिवार के भरण पोषण करने की समस्या
फैक्ट्री मालिकों को बिजली दर बढ़ने के कारण पिछले चार महीने से 25 से 30 लाख रुपए प्रति माह का नुकसान हो रहा था. जिसको लेकर फैक्ट्री मालिकों ने राज्य सरकार से कई बार अनुरोध की. लेकिन राज्य सरकार द्वारा केवल आश्वासन मिलता रहा उन्हें राहत नहीं दी गयी. मजबूर होकर रामगढ़ की आधा दर्जन स्टील आधारित फैक्ट्रियों पर ताला लटक गया है. फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. रामगढ़ जिले में लगभग एक प्लांट में 40 मजदूर परमानेंट और लगभग 40 मजदूर अस्थाई तौर पर काम करते हैं. अब इन मजदूरों के सामने रोजगार के साथ-साथ परिवार के भरण पोषण करने की भी समस्या हो गई है.