पलामूः साल 2020 जिला के लिए सुखद अनुभव नहीं रहा. पूरा साल कोरोना के संक्रमण के दौर से गुजरा. कोरोना काल में देशभर से 50 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूर अपने घर लौटे. नक्सल प्रभावित पलामू जिला साल 2020 पुलिस के उपलब्धियों भरा रहा. 4 बार ऐसे मौके सामने आए जब पुलिस और नक्सली आमने-सामने हुए. इस दौरान 19 से ज्यादा नक्सलियों को भी शिकंजे में लिया गया. अपराध के मामले में पुलिस ने करीब 576 अपराधी गिरफ्तार किया है. जबकि जरायम के मामले में ही पुलिस को अपराधियों ने खुली चुनौती दी और मुहर्रम इंतेजामिया कमिटी के सरपरस्त गुड्डू खान कि उनके आवास में ही गोली मार कर हत्या कर दी गई, तो गैंगस्टर कुणाल सिंह की कुख्यात डब्लू सिंह गिरोह के लोगों ने ही हत्या कर दी. इन दोनों मामलों में पुलिस ने कई आरोपियों को शिकंजे में लिया. जबकि साल 2020 पलामू के लिए हादसों से भरा रहा. यहां हुए विभिन्न वजह से 555 से अधिक लोगों की जान गई. जिसमें से 137 लोगों की जान सिर्फ सड़क दुर्घटना में हुई.
जानिए पलामू के लिए कैसा रहा साल 2020
कोरोना ने सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है. इस कोविड काल में पलामू में 53 हजार प्रवासी मजदूर लौटे. जबकि कोरोना काल में 6 से अधिक प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के दौरान मौत हुई. 28 श्रमिक ट्रेन पलामू पहुंची थी. कोरोना काल में मानसिक तनाव में 55 से अधिक लोगों ने मौत को गले लगाया.
कोरोना काल में 50 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूर घर लौटे पलामू में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. दिसंबर तक 3381 कोरोना के मरीज मिले हैं, जिसमें से 20 की मौत हो गई. पलामू में कोरोना का रिकवरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक रहा. जिला प्रशासन ने कोरोना के वैक्सीन के लिए पहले चरण में 7500 लोगो की सूची तैयार किया है.
साल 2020 के मार्च महीने में पलामू के मेदिनीनगर के इलाके में बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई. इस घटना में पूरा नजारा बदल गया. मेदिनीनगर का इलाका कश्मीर बन गया जबकि फसलों को भारी नुकसान हुआ.नक्सल विरोधी अभियान में तैनात सीआरपीएफ-134 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट, सहायक कमांडेंट समेत 18 जवानों को पीएमजी मिला. जबकि पलामू के अभियान एसपी अरुण कुमार सिंह, एसडीपीओ शंभु कुमार सिंह समेत 6 पुलिस जवानों को पीएमजी मिला. ये झुलझुल, मलंगा और हेसाग मुठभेड़ के लिए सभी को मिला.
18 जवानों को पीएमजी अवार्ड कथित बकोरिया मुठभेड़ का मामला 2020 में भी छाया रहा. फरवरी के बाद लॉकडाउन ने जांच को प्रभावित किया. फिर दिसंबर महीने में सीबीआई की टीम पलामू में जांच के लिए पंहुची हैं. बकोरिया की लगभग 70 प्रतिशत जांच पूरी हो गई है.पलामू में मुहर्रम इंतेजामिया कमिटी के सरपरस्त गुड्डू खान की उनके आवास में ही गोली मार कर हत्या कर दी गई. गुड्डू की हत्या का आरोप उनके ही करीबियों पर लगा था. जमीन के कारोबार में उनकी हत्या हुई. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है.
गैंगस्टर कुणाल सिंह की कुख्यात डब्लू सिंह गिरोह के लोगों ने गोली मार हत्या कर दी. कुणाल सिंह कार जा रहा था, इसी दौरान उसकी कार को टक्कर मारी गई और गोली मार कर हत्या कर दी गई. पुलिस ने हत्या के आरोप में चार शूटर को गिरफ्तार किया. आपसी गैंगवार में कुणाल सिंह की हत्या हुई.
मारा गया गैंगस्टर कुणाल सिंह साल 2020 पलामू पुलिस के उपलब्धियों भरा रहा. इस दौरान करीब 576 अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 19 से ज्यादा नक्सलियों को भी शिकंजे में लिया गया. ऐसे 4 मौके रहे जब पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई. जिसमें पुलिस ने एसएलआर समेत कई आधुनिक हथियार भी बरामद किए हैं. पलामू में 2020 में दो बार बड़े रेक्स रैकेट का खुलासा हुआ. इस सेक्स रैकेट के तार वाराणसी, रांची और गढ़वा से जुड़ा हुआ है. सेक्स रैकेट के संचालन में 18 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. सेक्स रैकेट में स्कूली बच्चियों को भी पकड़ा गया था.
जिला में नक्सलियों पर कसा शिकंजा पलामू में 2020 में विभिन्न हादसों में 555 से अधिक लोगों की जान गई. जिसमें से 137 लोगो की जान सिर्फ सड़क दुर्घटना में हुई. दिसंबर 2020 के महीने से 30 से अधिक लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई.
सड़क हादसे में गई कई लोगों की जान एशिया का प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व में एक बाघिन रानी की मौत हो गई. बाघिन बुजुर्ग थी एक बायसन के साथ हुई लड़ाई में उसकी मौत हो गई. पलामू टाइगर रिजर्व में बाघ होने को लेकर सवाल उठा. लेकिन प्रबंधन ने बाघिन की मौत ने बाघों होने की पुष्टि की. मार्च 2020 के बाद पीटीआर में बाघ नहीं दिखे.
पलामू टाइगर रिजर्व से बाघ नदारद