पलामू: जिले में कोविड-19 के 1,710 एक्टिव मामले हैं. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार पलामू में कोविड-19 की दूसरी लहर से अब तक 58 लोगों की मौत हुई है. इन सबके बीच पलामू जिला स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के खिलाफ जंग को जारी रखे है. प्रमंडल के सबसे बड़े कोविड अस्पताल MMCH में तीन शिफ्ट में स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि कई व्यवस्थाओं को भी लागू किया गया है. MMCH ने कोविड मरीजों के इलाज और सुविधा को लेकर को ईटीवी भारत ने डीपीएम दीपक कुमार से खास बातचीत की.
MMCH में कोविड 19 मरीजों के इलाज के लिए बने 3 अलग सेक्शन, रेगुलेटर की कमी को किया गया दूर - एमएमसीएच पलामू में 19 कोरोना संक्रमित मरीज
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए तीन कोविड-19 सेक्शन में बांटा गया है. यहां रेगुलेटर की कमी की समस्या को भी दूर कर लिया गया है.
डीपीएम दीपक कुमार ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों के परिजन इलाज के क्रम में पैनिक हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस घड़ी में परिजनों का पैनिक होना स्वाभाविक है, लेकिन उन्हें धैर्य रखना होगा. स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित लोगों के इलाज में लगे हुए हैं. परिजनों की भीड़ को देखते हुए एमएमसीएच में कूपन व्यवस्था लागू की गई है, ताकि परिजन बड़ी संख्या में वार्ड के अंदर दाखिल नहीं हो पाएं. डीपीएम ने बताया कि बड़ी संख्या में परिजन वार्ड के अंदर जा रहे हैं, जिस कारण संक्रमण फैल सकता है. उन्होंने अपील की है कि कम से कम परिजन वार्ड के अंदर जाएं और जरूरी हो तभी जाएं. हालांकि वार्ड के अंदर किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने की मनाही है.
GNM कॉलेज सह कोविड अस्पताल में बनाया गया है कंट्रोल रूम
जीएनएम कॉलेज सह कोविड-19 अस्पताल के अंदर ही कंट्रोल रूम बना दिया गया है. इससे मरीजों के इलाज में सुविधा हो रही है. डीपीएम दीपक कुमार ने बताया कि रेगुलेटर को लेकर समस्या थी, जिसे दूर कर लिया गया है. ऑक्सीजन की भी संख्या बढ़ाई गई है और पर्याप्त मात्रा में मरीजों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध है.