झारखंड

jharkhand

MMCH में कोविड 19 मरीजों के इलाज के लिए बने 3 अलग सेक्शन, रेगुलेटर की कमी को किया गया दूर

By

Published : May 4, 2021, 10:28 PM IST

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए तीन कोविड-19 सेक्शन में बांटा गया है. यहां रेगुलेटर की कमी की समस्या को भी दूर कर लिया गया है.

three separate sections for treatment of covid 19 patients in MMCH palamu
MMCH में कोविड 19 मरीजों के इलाज के लिए बने 3 अलग सेक्शन

पलामू: जिले में कोविड-19 के 1,710 एक्टिव मामले हैं. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार पलामू में कोविड-19 की दूसरी लहर से अब तक 58 लोगों की मौत हुई है. इन सबके बीच पलामू जिला स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के खिलाफ जंग को जारी रखे है. प्रमंडल के सबसे बड़े कोविड अस्पताल MMCH में तीन शिफ्ट में स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि कई व्यवस्थाओं को भी लागू किया गया है. MMCH ने कोविड मरीजों के इलाज और सुविधा को लेकर को ईटीवी भारत ने डीपीएम दीपक कुमार से खास बातचीत की.

देखें पूरी खबर
MMCH में कोविड 19 मरीजों के इलाज के लिए बांटा गया तीन सेक्शनमेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए तीन कोविड-19 सेक्शन में बांटा गया है. पहले सेक्शन का नाम डीटीएच दिया गया है. डीपीएम दीपक कुमार ने बताया कि पहले सेक्शन डिस्ट्रिक्ट केयर हॉस्पिटल में 15 आईसीयू बेड हैं, जबकि दूसरे सेक्शन में कोविड केयर बनाया गया है, जहां मेनिफोल्ड के माध्यम से 18 मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है. तीसरे सेक्शन जीएनएम कॉलेज को कोविड हॉस्पिटल में तब्दील किया गया है, जहां 200 बेड लगाए गए हैं और ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है.मरीजों के परिजन हो रहे पैनिक

डीपीएम दीपक कुमार ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों के परिजन इलाज के क्रम में पैनिक हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस घड़ी में परिजनों का पैनिक होना स्वाभाविक है, लेकिन उन्हें धैर्य रखना होगा. स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित लोगों के इलाज में लगे हुए हैं. परिजनों की भीड़ को देखते हुए एमएमसीएच में कूपन व्यवस्था लागू की गई है, ताकि परिजन बड़ी संख्या में वार्ड के अंदर दाखिल नहीं हो पाएं. डीपीएम ने बताया कि बड़ी संख्या में परिजन वार्ड के अंदर जा रहे हैं, जिस कारण संक्रमण फैल सकता है. उन्होंने अपील की है कि कम से कम परिजन वार्ड के अंदर जाएं और जरूरी हो तभी जाएं. हालांकि वार्ड के अंदर किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने की मनाही है.

GNM कॉलेज सह कोविड अस्पताल में बनाया गया है कंट्रोल रूम

जीएनएम कॉलेज सह कोविड-19 अस्पताल के अंदर ही कंट्रोल रूम बना दिया गया है. इससे मरीजों के इलाज में सुविधा हो रही है. डीपीएम दीपक कुमार ने बताया कि रेगुलेटर को लेकर समस्या थी, जिसे दूर कर लिया गया है. ऑक्सीजन की भी संख्या बढ़ाई गई है और पर्याप्त मात्रा में मरीजों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details