पलामू: 2009 में पलामू के सरईडीह में कांग्रेस नेता रंजीत सिंह और उनके पूरे परिवार को जिंदा जला देने का आरोपी माओवादी राम प्रसाद यादव उर्फ सुजीत (उर्फ भंडारी उर्फ सुखाड़ी) गिरफ्तार कर लिया गया है (Maoist Ram Prasad Yadav arrested). माओवादी राम प्रसाद यादव ने पलामू पुलिस के अधिकारियों के समक्ष कई खुलासा किया. पुलिस ने रामप्रसाद की निशानदेही पर एक महिला समेत चार समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है. इस पूरे अभियान का नेतृत्व छतरपुर एसडीपीओ अजय कुमार कर रहे थे. अभियान में छतरपुर इंस्पेक्टर वीर सिंह मुंडा, छतरपुर थाना प्रभारी शेखर कुमार, हरिहरगंज थाना प्रभारी सुदामा दास और नौडीहा बाजार थाना प्रभारी रंजीत कुमार शामिल थे.
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लेवी के 45 हजार रुपये भी बरामद:राम प्रसाद यादव पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के बगैया का रहने वाला है. पलामू पुलिस ने राम प्रसाद यादव को छत्तरपुर के इलाके से ही गिरफ्तार किया था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कृष्णा यादव, परिखा यादव, लालो यादव और रामयाद यादव को गिरफ्तार किया है. सभी छतरपुर के इलाके के रहने वाले हैं. लालो यादव नाम की महिला माओवादियों के समर्थक का काम करती है. पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि राम प्रसाद यादव माओवादियों का सबजोनल कमांडर है. राज्य सरकार ने उस पर पांच लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है (Rewarded Maoist Ram Prasad Yadav). पूछताछ के दौरान रामप्रसाद ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है. रामप्रसाद यादव के पास से पुलिस ने लेवी के 45 हजार रुपये भी बरामद किए हैं.
छरकबंधा में दबिश के बाद वहां से भागा था रामप्रसाद: करीब 22 सालों से राम प्रसाद यादव नक्सल संगठन में सक्रिय था और वह कभी पकड़ा नहीं गया था. झारखंड-बिहार सीमा पर मौजूद छकरबंधा के इलाके में सुरक्षाबलों के दबिश के बाद राम प्रसाद यादव उस इलाके से निकलकर पलामू में आया हुआ था. राम प्रसाद यादव पर झारखंड-बिहार में 40 से भी अधिक बड़े नक्सल हमले करने का आरोप है. जबकि पलामू में 10 बड़े नक्सल हमले करने का आरोप है.