पलामूः सेंट्रल जेल में गुरुवार को तीन घंटे तक छापेमारी हुई(Raid in Palamu Central Jail). छापेमारी का नेतृत्व डीसी ए दोड्डे ने किया. डीसी के नेतृत्व में करीब तीन घंटे तक छापेमारी हुई. हालांकि इस छापेमारी में कुछ बरामद नहीं हुआ. पलामू डीसी के नेतृत्व में अचानक शाम में प्रशासनिक टीम पहुंची थी और सेंट्रल जेल में छापेमारी शुरू किया था.
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बता दें कि छापेमारी के लिए 10 अलग-अलग टीमें बनाई गई थी. इस छापेमारी में एसपी चंदन कुमार सिन्हा, एसडीपीओ ऋषभ गर्ग, सुरजीत कुमार टाउन थाना प्रभारी समेत कई टॉप अधिकारी शामिल थे. छापेमारी के दौरान सेंट्रल जेल के सभी चार वार्डों के स्पेशल सेल में एक एक कैदियों की तलाशी ली गई. छापेमारी में शामिल अधिकारियों ने बताया कि यह एक रूटीन छापेमारी थी, छापेमारी में जेल की सुरक्षा के भी हालात को देखा गया और उसकी समीक्षा की गई.
पलामू सेंटर जेल में 1100 से भी अधिक कैदी और बंदी बंद है. छापेमारी के दौरान 10 टीम ने एक एक कैदियों के झोला और उनके सामान की भी जांच की. छापेमारी टीम को आशंका थी कि कैदी आपत्तिजनक सामग्री को रखे हुए हैं. इस दौरान कैदियों से बातचीत भी की गई और जानकारी भी ली गई. कुछ दिनों पहले कोयलांचल के कुख्यात डॉन अमन साहू ने पलामू सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट को जान से मारने की धमकी दी थी. इस धमकी के बाद भी पलामू सेंट्रल जेल में छापेमारी हुई थी. उस दौरान भी छापेमारी टीम को जेल के अंदर से कुछ भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुआ था. बाद में अमन साहू को पलामू सेंट्रल जेल से दुमका सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया था. वह सेंट्रल जेल में सुविधा की मांग कर रहा था जिस कारण उसने सुपरिटेंडेंट को धमकी दी थी. पलामू सेंट्रल जेल में पिछले दो वर्षो के अंदर सातवीं बार छापेमारी हुई है. डेढ़ वर्ष पहले पलामू सेंट्रल जेल से छापेमारी के दौरान मोबाइल समेत कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुआ था.