पलामू: जिले के मोहम्मदगंज वनक्षेत्र में जंगली हाथी के उत्पात से किसान व पशुपालक काफी परेशान हैं. आए दिन हाथियों का उत्पात उन्हें परेशान करता रहता है. ऐसे में हाथियों के बढ़ते उत्पात को देखते हुए गांव वालों की सुरक्षा के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल को बंगाल से बुलाया गया है. यह दल हाथियों को गांव से निकालकर गांव वालों को राहत पहुंचाएगा.
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दल में कौन-कौन हैं शामिल
दल के सदस्य अर्जुन कर्मकार का कहना है कि उतरी वन प्रमंडल पदाधिकारी पलामू के आदेश पर उनका पांच सदस्यीय दल बांकुड़ा, पश्चिम बंगाल से मोहम्मदगंज आया है. इस दल में उनके अलावा विजय हेम्ब्रम, सोमलाल हांसदा, संजय हेम्ब्रम और मदन हांसदा शामिल हैं. यह काम इन्हें गैर सरकारी तौर पर सौंपा जाता है. इन सदस्यों ने पहले भी झारखंड के विभिन्न जंगलो में इस कार्य को सफलता पूर्वक अंजाम दिया है.
कैसे भगाए जाएंगे हाथी
दल के सदस्य मशाल के साथ उत्पाती जंगली हाथी की खोज में उसके संभावित ठिकानों की ओर भ्रमण में निकलते हैं. मशाल की सहायता से ये हाथी को एक क्षेत्र से दूसरे जंगल मे खदेड़ देंगे. जबतक इसमें उन्हें सफलता नहीं मिल जाएगी वे इस कार्य मे जुटे रहेंगे. वर्तमान में इस हाथी का ठिकाना काशी शोत डैम व आस-पास का क्षेत्र बना हुआ है.
ग्रामीण हैं परेशान
हाथी के उत्पात से प्रभावित क्षेत्र के बटाऊवा गांव के ग्रामीणों का कहना है कि हाथी ने कई महीनों से आस-पास के क्षेत्रों में उत्पात मचा रखा है. खड़ी फसलों को रौंदना व पालतू पशुओं को पटक-पटक कर मार डालना रोज की घटना में शामिल हो गया है. हाथी ने हाल ही में लोहबंधा के अकबर, बैरियाडीह के डोमन भुइयां, गोला पत्थर के विनय रजवार व उनकी एक -एक गाय को मार डाला था. ऐसे में हाथी को गांव से निकाला जाना बहुत ही जरूरी हो गया है.
क्या कह रहे हैं वनक्षेत्र पदाधिकारी
वनक्षेत्र पदाधिकारी अरुण कुमार का कहना है कि हाथी को भगाने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल काम पर लगा दिया गया है. वहीं जिन किसानों व पशुपालकों को हाथी ने क्षति पहुंचाया है उसका आकलन कर लिया गया है. उन्हें जल्द ही मुआवजा का भुगतान करा दिया जायेगा.