पलामू:पलामू टाइगर रिजर्व, बेतला नेशनल पार्क में वर्ल्ड एलिफैंट डे के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस दौरान हांथियों को स्कूल के बच्चों ने केला समेत कई फल खिलाए. कार्यक्रम में उनके व्यवहार के बारे में मौजूदा लोगों जानकारी दी गई. वहां के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया कि हाथियों का जेनेटिकल प्रोफाइल तैयार किया जा रहा है. उससे हमें उनके नस्ल के बारे में पता, फिर बाहर के हांथियों से उनकी ब्रीडिंग करवाई जाएगी.
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12 अगस्त को वर्ल्ड एलीफैंट डे मनाया जाता है, इस दिन हांथियों के हालात को लेकर पूरे देश में चर्चा चल रही है. एलीफैंट का जेनेटिकल प्रोफाइल तैयार किया जा रहा है. इसके साथ डीएनए की सैंपलिंग भी की जा रही है. जिसकी शुरुआत अप्रैल महीने से हुई थी. जिसमें पूरे देश भर के टाइगर रिजर्व इलाकों में काम किया गया है. पलामू टाइगर रिजर्व देश भर के टाइगर रिजर्व में सार्वधिक हांथियों की संख्या वाला है. जिसमें अप्रैल से लेकर जुलाई के अंतिम सप्ताह तक 168 हांथियों की जेनेटिकल प्रोफाइल को तैयार किया गया है. जबकि पीटीआर के इलाके में करीब 190 हाथी मौजूद हैं. बाकी के हांथियों के जेनेटिकल प्रोफाइल के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है.
पलामू टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया कि हाथियों के जेनेटिकल प्रोफाइल को तैयार किया जा रहा है. जिससे हमें यह पता चल जाएगा कि हांथियों की ब्रीडिंग क्या है. उन्होंने बताया कि हांथियों की जेनेटिकल प्रोफाइल के बहुत फायदे हैं. एक ही इलाके में ब्रीडिंग होने से वे कमजोर होते हैं. प्रोफाइलिंग से हमें पता चलेगा कि हाथी कितने कमजोर हुए हैं. इसके बाद बाहर के हांथियों से ब्रीडिंग करवाई जाएगी. इसका कॉरीडोर केरला से झारखंड होते हुए नेपाल तक है. इसी में हम जेनेटिकल प्रोफाइल की तैयारी कर रहे हैं.