पलामू:मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में मरीजो के दलाली का धंधा चलता है. मेडिकल कॉलेज से मरीजों को निजी नर्सिंग होम में भेजा जाता है. मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेजने में कई अनुबंध कर्मी शामिल है. सबसे बड़ी बात यह है यह खेल मेडिकल कॉलेज में धड़ल्ले से चल रहा है और अस्पताल प्रशासन को इस बात की भनक तक नहीं है, या फिर किसी दूसरे फायदे के कारण मेडिकल कॉलेज प्रशासन नें आंखों पर चश्मा लगा रखा है.
मेडिकल कॉलेज से मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेजे जाने को जो रैकेट काम कर रहा था वह पूरी तैयारी के साथ मेडिकल कॉलेज परिसर में जुटे रहते थे. मरीजो के अपने चुंगल में फंसाने के बाद वे तुरंत उन्हें अपने कब्जे में ले लेते थे. दलाल मेडिकल कॉलेज परिसर में निजी एम्बुलेंस को भी खड़ा रखते है. एमएमसीएच प्रमंडल का सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल है. यहां प्रतिदिन 600 से अधिक मरीज ओपीडी में पहुंचते हैं. जिस तरह से मरीज आते हैं सभी को हर सुविधा नहीं मिल पाती है और यही दलालों के लिए मरीजों को फंसाने का सबसे बेहतरीन हथकंडा होता था. जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से जिला प्रशासन को लगातार दलाली के बारे में जानकारी मिल रही थी.कुछ महीने पहले पलामू पुलिस से कार्रवाई में कई दलाल पकड़े गए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी.
मेडिकल कॉलेज से मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेजे जाने सूचना किसी ने जिले के वरीय अधिकारियों को दी थी. सूचना की तहकीकात के लिये जिले के उप विकास आयुक्त रवि आनंद और एएसपी ऋषभ गर्ग के नेतृत्व में एक टीम ने छापेमारी की. छापेमारी में मेडिकल कॉलेज से मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेजे जाने की कई गड़बड़ियों को पकड़ा गया. छापेमारी के समय ही मौके से आधा दर्जन से अधिक दलाल पकड़े गए हैं जिसमें से कई एमएमसीएच में अनुबंध कर्मी पर के पद पर भी तैनात थे.
मेडिकल कॉलेज से मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेजे जाने सूचना की जांच पर पहुंचे अधिकारियों के इस बात की भी जानकारी मिली कि मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड में अनुबंध कर्मियों का कब्जा है. ऐसे सभी लोगों को पकड़कर टाउन थाना लाया गया है जहां पूछताछ की जा रही है. जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि एमएमसीएच में अनुबंध पर बाला जी नामक कंपनी के कर्मियों को रखता है. वार्ड में बाला जी के कर्मियों ने अपना आवास बना लिया था.
उप विकास आयुक्त रवि आनंद ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि गड़बड़ियों की शिकायत के आलोक में छापेमारी किया गया था. छापेमारी में कई बातों का खुलासा हुआ जिसके बाद आगे प्रशासनिक कार्रवाई किया जा रहा है. हिरासत में लिए गए कथित दलालों से पीआर बांड भरवाया जा रहा है, दोबारा दलाली करते हुए पकड़े गए तो सभी को जेल भेजा जाएगा. बालाजी के कर्मियों को वार्ड को खाली करने को कहा गया है वार्ड खाली नहीं होने पर संबंधित कर्मियों को बर्खास्त किया जाएगा और खिलाफ एफआईआर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.