पलामूः झारखंड की हेमंत सरकार 3 मार्च को बजट पेश करने वाली है. कोविड-19 काल के बाद राज्य सरकार का यह पहला बजट होगा. इस बजट से डॉक्टर, वकील और पुजारी समेत कई पेशेवर लोगों को काफी उम्मीदें हैं. बजट को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से बातचीत की.
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लोगों को राज्य सरकार के बजट से उम्मीदें
बजट को लेकर डॉक्टर आनंद बताते है कि केंद्रीय बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन बजट उस अनुरूप नहीं रहा. इसके साथ ही कहा कि राज्य सरकार को मेडिकल सेक्टर से जुड़े हुए लोगों के बारे में बजट में ध्यान देने की जरूरत है, ताकि अस्पतालों में इलाज के क्रम में डॉक्टर के बीच असुरक्षा की भावना न रहे.
अधिवक्ता आलोक तिवारी का कहना है कि कोविड-19 काल में वे प्रभावित हुए हैं, सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. वहीं न्यायिक प्रक्रिया में तेजी के लिए कई स्तर पर सुधार की जरूरत है, जिन्हें लागू किया जाना चाहिए.
ज्योतिषाचार्य संकेत श्रवण ने कहा कि कोविड काल में मंदिर काफी दिनों तक बंद रहे, मंदिरों के पुजारी सिर्फ दान पर निर्भर है, सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विभिन्न बोर्ड का गठन कर सरकार भत्ता देने की पहल कर सकती है.
राष्ट्रीय और राज्यस्तर पर खेती के लिए पुरस्कृत किसान दामोदर चौधरी बताते है कि राज्य सरकार को किसानों पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है.