पलामू: पुलिस ने हत्या के एक मामले का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपने ही बड़े भाई की हत्या कर उसे दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस के सामने उसकी चालाकी नहीं चली और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी से पूछताछ के क्रम में हत्या की वजह जान कर पुलिस चौंक गई. दरअसल, बड़े भाई की शराब की लत से पूरा परिवार परेशान रहता था और घर में अशांति का माहौल बना हुआ रहता था. बड़े भाई की शराब की लत से परेशान छोटे भाई ने खौफनाक कदम उठाया और बेरहमी से अपने भाई की हत्या कर डाली है.
Palamu Crime News: शराब की लत से परेशान छोटे भाई ने की थी बड़े भाई की हत्या, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा सलाखों के पीछे - सब इंस्पेक्टर आलोक सोरेन
पलामू पुलिस ने अजय हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस ने मामले में हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या की वजह जानकर पुलिस चौंक गई. मामूली सी बात में युवक की हत्या की गई थी. हत्यारा भी बाहर का नहीं, बल्कि घर का ही निकला.
17 मई को बरामद हुआ था अजय राम का शवःदरअसल, पलामू पुलिस ने नावाबाजार थाना क्षेत्र के राजहरा में 17 मई को एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया था. 19 मई को बरामद शव की पहचान नावाबाजार थाना क्षेत्र केतुकबेरा के रहने वाले अजय राम के रूप में हुई थी. दरअसल, अजय राम की मां अपने बड़े बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने थाना गई थी. इसी क्रम में पुलिस ने शव का फोटो दिखाया तो पहचान हुई. नावाबाजार थाना की पुलिस ने पूरे मामले में अनुसंधान करते हुए हत्या के आरोप में मृतक अजय राम के छोटे भाई आशीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
बड़े भाई की शराब की लत बनी हत्या की वजहःआशीष कुमार ने पुलिस पदाधिकारियों को बताया कि उसका बड़ा भाई अजय राम अत्यधिक शराब पीता था. इस कारण पूरा परिवार परेशान रहता था. अजय राम की पत्नी अपने देवर आशीष कुमार से बातचीत करती थी. इस कारण वह पूरे परिवार को गाली-गलौज करता था. एसडीपीओ सुजीत कुमार ने बताया कि अजय राम से परेशान छोटे भाई आशीष ने उसकी हत्या की योजना बनायी.
पहले शराब पिलाई फिर रेलवे पटरी के किनारे ले जाकर कर दी हत्याःघटना के दिन आशीष ने पहले घर से साड़ी का टुकड़ा और एक चाकू लिया था. आशीष ने अपने बड़े भाई को पहले काफी शराब पिलाई और उसके बाद रेलवे पटरी के किनारे ले गया. वहां पर बड़े भाई का हाथ बांधकर एक बड़े पत्थर से उसके सिर पर वार किया. सिर पर वार करने के बाद छोटे भाई ने बड़े भाई का गला काट दिया और दुर्घटना का रूप देने के लिए रेलवे पटरी पर शव को छोड़ दिया. इस हत्याकांड के उद्भेदन में नावाबाजार थाना प्रभारी दीपक कुमार दास, सब इंस्पेक्टर आलोक सोरेन, नंद किशोर दास शामिल थे.